नीतीश के 'अंतिम चुनाव' संबंधी संदेश पर शिवानंद तिवारी की दोटूक, 'प्रचार के अंतिम दिन यह उनका अंतिम अस्‍त्र'

Bihar Assembly Polls: शिवानंद ने कहा, इस प्रकार जो लोग नीतीश कुमार को लंबे अरसे से जानते हैं और समय-समय पर लिए गए इस तरह के उनके संकल्पों से वाकिफ हैं उनको आज की उनकी घोषणा से कोई आश्चर्य नहीं हुआ.

खास बातें

  • कहा, वोटरों पर 'भावनात्‍मक तीर' चलाया है
  • नीतीश पर अवसरवादी होने का आरोप लगाया
  • कहा था, फिर बीजेपी के साथ नहीं जाऊंगा लेकिन..
पटना:

Bihar Assembly Elections 2020: राष्‍ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish kumar) पर निशाना साधते हुए 'अवसरवादी' होने का आरोप लगाया है. शिवानंद ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Polls)के प्रचार के दौरान मौजूदा चुनाव को अपना 'अंतिम चुनाव' बताने संबंधी संदेश को लेकर नीतीश को आड़े हाथ लिया. तिवारी ने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश जी ने बिहार विधानसभा में घोषणा की थी कि मैं मिट्टी में मिल जाऊंगा लेकिन फिर इनके (भाजपा के) साथ नहीं जाऊंगा. आज उन्हीं नीतीश ने बिहार की जनता को संदेश दिया कि यह मेरा अंतिम चुनाव है. इस प्रकार उन्होंने बिहार के मतदाताओं पर 'भावनात्मक तीर' चलाया है. चुनाव प्रचार के अंतिम दिन यह उनका अंतिम अस्त्र था. 

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शिवानंद ने कहा, 'बात पुरानी है. जब हम लोग लालू यादव (Lalu Yadav) से अलग होकर जनता दल(ज) बनाया था जो बाद में समता पार्टी बना था. 1995 का विधानसभा चुनाव हम लोग लालू यादव के खिलाफ लड़े थे. याद होगा जार्ज साहब के नेतृत्व में चौदह सांसद जनता दल से बाहर आए थे. ऐसा लग रहा था कि बिहार में हमारी सरकार बनेगी. नीतीश कुमार मुख्यमंत्री का हावभाव भी प्रदर्शित करने लगे थे. चुनाव नतीजा आया तो नीतीश को लेकर महज सात लोग बिहार विधानसभा का चुनाव जीत पाए थे. उनमें से एक स्वयं नीतीश कुमार भी थे.

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आरजेडी नेता ने कहा कि गांधी मैदान में उसके बाद सभा हुई थी. उस सभा में नीतीश कुमार ने घोषणा किया था कि अब मैं बिहार में खूंटा गाड़कर बैठूंगा और लालू यादव के विरुद्ध संघर्ष करूंगा. उसके बाद नीतीश जी दिल्ली गए और वहां से उन्होंने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया और लोकसभा की सदस्यता को बनाए रखा. इस प्रकार जो लोग नीतीश कुमार को लंबे अरसे से जानते हैं और समय-समय पर लिए गए इस तरह के उनके संकल्पों से वाकिफ हैं उनको आज की उनकी घोषणा से कोई आश्चर्य नहीं हुआ. क्योंकि नीतीश जी का अतीत ही बताता है इस तरह के संकल्प का उनकी नजरों में कोई मोल नहीं है.