नई दिल्ली:
कांग्रेस पार्टी के महासचिव दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर अरविंद केजरीवाल पर हमला किया है। इस बार सिंह ने दावा किया है कि अरविंद केजरीवाल राष्ट्रीय सलाहकार परिषद में पद की उम्मीद लिए उनसे मिले थे जिसे सोनिया गांधी ने खारिज कर दिया था। इस बात को अरविंद केजरीवाल ने पूरी तरह से 'झूठा' दिया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2005-06 में अग्निवेश के साथ अरविंद केजरीवाल उनके पास आए थे और आग्रह किया था कि वह केजरीवाल का नाम एनएसी के लिए अग्रसारित कर दें। सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी ने उनका नाम को नकार दिया था।
इस बात को अरविंद केजरीवाल ने पूरी तरह से 'झूठा' दिया है। केजरीवाल का कहना है कि दिग्विजय सिंह के बयान झूठ का पुलिंदा होते हैं इसलिए उनपर बात करना बेमानी है।
गौरतलब है कि एनएसी की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं और देश के तमाम सामाजिक और विकास के मुद्दे पर उन्हें सलाह देता है।
दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर लग रहे तमाम घोटालों के आरोपों को आरएसएस की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि राजनीति में भी किसी के संबंधियों पर आरोप नहीं लगाने का चलन है। लेकिन अब यह आरंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी अटल बिहारी बाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्य पर कभी कोई आरोप नहीं लगाया और न ही एलके आडवाणी के दामाद और बेटी को शक के दायरे में खड़ा किया। मीडिया के खुलासे की मांग पर उन्होंने कहा कि रंजन भट्टाचार्य पर उन्हें मुंह खोलने पर मजबूर न करें।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास नरेंद्र मोदी से क्यों मिले थे। उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर वह जब आंदोलन में शामिल हैं तो फिर कॉलेज से वेतन किस बात पर ले रहे हैं। विश्वास ने इन आरोपों के जवाब में सिर्फ इतना कहा कि मोदी से वह एक मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर मिले थे।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों से केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल के पास उनके खिलाफ कोई मुद्दा नहीं रह गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने केजरीवाल ने खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद द्वारा संचालित ट्रस्ट में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। खुर्शीद ने हालांकि इससे इनकार किया है।
दिग्विजय ने कहा, "उन्होंने कहा कि शिविर नहीं लगाए गए, यह गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि विकलांगों को सहायता उपकरण नहीं दिए गए, यह गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर फर्जी थे, वह गलत साबित हुआ। अब उनके लिए क्या मुद्दे रह गए हैं।"
उन्होंने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को लेकर मीडिया से भी सवाल पूछे, जिसमें लुईस द्वारा संचालित गैर-सरकारी संगठन पर 71 लाख रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है।
दिग्विजय ने कहा, "यह हैरान करने वाली बात है कि सीएजी रिपोर्ट संसद में रखे जाने से पहले कैसे मीडिया तक पहुंच जाती है। खासकर जब रिपोर्ट कांग्रेस के खिलाफ होती है तो यह संसद से पहले मीडिया के पास पहुंच जाती है। इसकी जांच होनी चाहिए कि कौन रिपोर्ट लीक कर रहा है।"
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "सभी जांच केजरीवाल को सौंप दी जानी चाहिए। यह कुछ ऐसा कहने जैसा है कि कोई भी दस्तावेज या विवरण सही नहीं है, लेकिन केजरीवाल जो कह रहे हैं, केवल वही सही है।"
(इनपुट आईएएनएस से भी)
दिग्विजय सिंह ने कहा कि 2005-06 में अग्निवेश के साथ अरविंद केजरीवाल उनके पास आए थे और आग्रह किया था कि वह केजरीवाल का नाम एनएसी के लिए अग्रसारित कर दें। सिंह ने कहा कि सोनिया गांधी ने उनका नाम को नकार दिया था।
इस बात को अरविंद केजरीवाल ने पूरी तरह से 'झूठा' दिया है। केजरीवाल का कहना है कि दिग्विजय सिंह के बयान झूठ का पुलिंदा होते हैं इसलिए उनपर बात करना बेमानी है।
गौरतलब है कि एनएसी की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं और देश के तमाम सामाजिक और विकास के मुद्दे पर उन्हें सलाह देता है।
दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा पर लग रहे तमाम घोटालों के आरोपों को आरएसएस की साजिश करार दिया है। उनका कहना है कि राजनीति में भी किसी के संबंधियों पर आरोप नहीं लगाने का चलन है। लेकिन अब यह आरंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने कभी भी अटल बिहारी बाजपेयी के दामाद रंजन भट्टाचार्य पर कभी कोई आरोप नहीं लगाया और न ही एलके आडवाणी के दामाद और बेटी को शक के दायरे में खड़ा किया। मीडिया के खुलासे की मांग पर उन्होंने कहा कि रंजन भट्टाचार्य पर उन्हें मुंह खोलने पर मजबूर न करें।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि आखिर क्यों अरविंद केजरीवाल के सहयोगी कुमार विश्वास नरेंद्र मोदी से क्यों मिले थे। उन्होंने यह भी पूछा कि आखिर वह जब आंदोलन में शामिल हैं तो फिर कॉलेज से वेतन किस बात पर ले रहे हैं। विश्वास ने इन आरोपों के जवाब में सिर्फ इतना कहा कि मोदी से वह एक मजबूत लोकपाल की मांग को लेकर मिले थे।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भ्रष्टाचार के आरोपों से केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद का बचाव करते हुए सोमवार को कहा कि अरविंद केजरीवाल के पास उनके खिलाफ कोई मुद्दा नहीं रह गया है।
सामाजिक कार्यकर्ता से राजनेता बने केजरीवाल ने खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद द्वारा संचालित ट्रस्ट में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगाए हैं। खुर्शीद ने हालांकि इससे इनकार किया है।
दिग्विजय ने कहा, "उन्होंने कहा कि शिविर नहीं लगाए गए, यह गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि विकलांगों को सहायता उपकरण नहीं दिए गए, यह गलत साबित हुआ। उन्होंने कहा कि हस्ताक्षर फर्जी थे, वह गलत साबित हुआ। अब उनके लिए क्या मुद्दे रह गए हैं।"
उन्होंने नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट को लेकर मीडिया से भी सवाल पूछे, जिसमें लुईस द्वारा संचालित गैर-सरकारी संगठन पर 71 लाख रुपये के फर्जीवाड़े का आरोप लगाया गया है।
दिग्विजय ने कहा, "यह हैरान करने वाली बात है कि सीएजी रिपोर्ट संसद में रखे जाने से पहले कैसे मीडिया तक पहुंच जाती है। खासकर जब रिपोर्ट कांग्रेस के खिलाफ होती है तो यह संसद से पहले मीडिया के पास पहुंच जाती है। इसकी जांच होनी चाहिए कि कौन रिपोर्ट लीक कर रहा है।"
उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, "सभी जांच केजरीवाल को सौंप दी जानी चाहिए। यह कुछ ऐसा कहने जैसा है कि कोई भी दस्तावेज या विवरण सही नहीं है, लेकिन केजरीवाल जो कह रहे हैं, केवल वही सही है।"
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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