
- ईडी ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में बिस्वाल ट्रेडलिंक के एमडी पार्थ सारथी बिस्वाल को गिरफ्तार किया.
- दिल्ली पुलिस की एफआईआर में कंपनी पर सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन में फर्जी बैंक गारंटी जमा करने का आरोप है.
- जांच के अनुसार कंपनी ने 68.2 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी के जरिये रिलायंस पावर से 5.40 करोड़ रुपये लिए.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी बैंक गारंटी मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए बिस्वाल ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड (BTPL) के मैनेजिंग डायरेक्टर पार्थ सारथी बिस्वाल को को मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत गिरफ्तार कर लिया है. यह मामला दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज एफआईआर पर आधारित है. इस एफआईआर में कंपनी, उसके डायरेक्टर्स और अन्य लोगों के खिलाफ सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया में फर्जी बैंक गारंटी जमा करने के आरोप हैं.
बिना जानकारी के चल रहे थे खाते
ईडी की जांच में खुलासा हुआ है कि BTPL ने 68.2 करोड़ रुपये की फर्जी बैंक गारंटी तैयार की. उसे SBI की फर्जी एंडोर्समेंट और बनावटी ईमेल आईडी के जरिए वैध दिखाने की कोशिश की. इस फर्जी बैंक गारंटी के बदले रिलायंस पावर लिमिटेड से कंपनी को 5.40 करोड़ रुपये मिले थे. जांच में यह भी सामने आया कि 2019 में शुरू हुई यह छोटी सी कंपनी कई ऐसे बैंक खातों का इस्तेमाल कर रही थी, जिनकी जानकारी आधिकारिक रिकॉर्ड में नहीं थी. कंपनी के लेनदेन उसके घोषित टर्नओवर से कहीं ज्यादा पाए गए हैं.
नहीं मिले जरूरी दस्तावेज
कंपनी के रजिस्टर्ड ऑफिस पर जरूरी दस्तावेज भी नहीं मिले, जैसे कि अकाउंट बुक्स, शेयरहोल्डर रजिस्टर आदि. जांच में यह भी पाया गया कि कई डमी डायरेक्टर्स को सिर्फ दस्तावेजों पर साइन करने के लिए इस्तेमाल किया गया था. अब तक कंपनी के कम से कम 7 ऐसे बैंक खाते मिले हैं, जिनमें करोड़ों की मनी लॉन्ड्रिंग का पैसा ट्रैक किया गया है. ईडी ने पार्थ सारथी बिस्वाल को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर भेज दिया गया है. मामले की जांच अभी जारी है.
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