इंजीनियरिंग और मेडिकल की प्रवेश परीक्षाओं में टॉपर्स का अपना "कोटा" रखने वाले कोटा शहर से इस बार सीए का टॉपर निकला है. इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की पुराने कोर्स की चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) फाइनल नवंबर 2018 की परीक्षा में राजस्थान के कोटा के रहने वाले शादाब हुसैन ने पहली रैंक हासिल की है. शादाब की सफलता में उनकी खुद की मेहनत और स्ट्रेटेजी तो शामिल है ही, साथ ही पेशे से टेलर पिता ने भी बेटे को खूब प्रोत्साहित किया. एनडीटीवी से बातचीत में शादाब ने बताया पहली बार उन्हें खुद के मेधावी होने का अंदाज़ा तब हुआ, जब बिना किसी खास पढ़ाई के बोर्ड की परीक्षा में उन्हें 92 फीसदी अंक मिले. हालांकि घर में पढ़ाई का कोई ख़ास माहौल नहीं था पर बोर्ड परीक्षा में अच्छे अंक देखकर परिवार की उम्मीदें बढ़ गईं. शादाब पारिवारिक समारोहों से दूर रहने लगे.
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पिता ने भी छोटे से घर में शादाब की पढ़ाई के लिए एक कमरे का इंतज़ाम किया, ताकि किसी तरह की दिक्कत न हो. कॉमर्स की पढ़ाई से लेकर सीए के एग्जाम तक शादाब ने स्ट्रेटेजी यानी रणनीति को ख़ास अहमियत दी. इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग के गढ़ में रहने के बाद भी शादाब ने सीए की परीक्षा को चुना तो उसके पीछे भी एक स्ट्रेटेजी थी. उन्हें लगता है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल परीक्षा में काफी भीड़ है, लिहाज़ा अधिकतर लोग इन प्रवेश परीक्षाओं में कड़ी मेहनत के बाद भी सफल नहीं हो पाते हैं और जो सफल होते हैं उनमे से भी अधिकतर लोगों को पसंद की ब्रांच नहीं मिलती है. शादाब अपनी सफलता का ये सिलसिला आगे बढ़ाते हुए अब सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुटना चाहते हैं.
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