विज्ञापन
This Article is From Jul 01, 2020

TikTok पर बैन को लेकर छोटे शहरों के 'स्‍टार्स' की मिश्रित प्रतिक्रिया, कुछ बोले-मोदीजी ने जो किया, वह एकदम सही

शहर के बाहरी इलाके में एक आम के बाग में एक वीडियो की शूटिंग के बीच, फैज़ल ने कहा, ''कन्नौज एक छोटा शहर है. अगर हमारी प्रतिभा दिखाने के लिए कोई जगह थी तो वह टिकटॉक था. इसके कारण हमें हमारे शहर और लखनऊ जैसी जगहों पर पहचाना जाता था. (लेकिन) मोदीजी ने जो किया, वह बिल्‍कुल सही है. हमें कोई समस्या नहीं है."

TikTok पर बैन को लेकर छोटे शहरों के 'स्‍टार्स' की मिश्रित प्रतिक्रिया, कुछ बोले-मोदीजी ने जो किया, वह एकदम सही
भारत ने टिकटॉक सहित 59 चीनी ऐप्‍स पर बैन लगा दिया है (प्रतीकात्‍मक फोटो)
लखनऊ:

पूर्वी लद्दाख में हिंसक संघर्ष के बाद भारत ने चीन के खिलाफ अपने रुख के बेहद सख्‍त कर दिया है. चीन के खिलाफ कड़ा फैसला लेते हुए केंद्र सरकार ने सोमवार को TikTok सहित 59 ऐप्‍स पर प्रतिबंध लगा दिया. यह प्रतिबंध लगाए जाने के समय टिकटॉक का भारत में बड़ा बाजार था. एक अनुमान के मुताबिक दुनियाभर में डाउनलोड होने वाले दो अरब वीडियो में इस एप के जरिये भारतीयों की भागीदारी 30 फीसदी है. यही नहीं, TikTok की मूल कंपनी बाइटडांस ने देश में एक अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई थी और 2019 कई वरिष्ठ अधिकारियों को काम पर रखा था. भारत में टिकटॉक के करीब 12 करोड़ एक्टिव यूजर्स हैं. छोटे शहरों में यह ऐप काफी लोकप्रिय था, इस ऐप ने एक तरह से यहां के लोगों को खुद को और अपने सपनों को अभिव्‍यक्‍त करने और मुख्‍य धारा में पहुंचने का प्‍लेटफॉर्म उपलब्‍ध कराया था. इन लोगों का मानना है कि इस ऐप ने उन्‍हें लोकप्रियता और प्रसिद्धि दिलाई है.

उत्तर प्रदेश का छोटा शहर कन्नौज इत्र उद्योग के लिए जाना जाता है. राजधानी लखनऊ से 120 किमी दूर स्थित इस शहर के 20 वर्ष के आसपास के चार युवा स्नातक अतहर, मोहम्मद दाउद, फैज़ल और जमशेद अभी भी नौकरी की तलाश में हैं. टिकटॉक पर ये चारों बेहद लोकप्रिय हैं इनमें से हरेक के 20‍ हजार से ज्‍यादा फॉलोअर हैं. अब ये चारों कहते हैं कि अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए उनके पास अब आगे बढ़कर वैकल्पिक स्थान के लिए पूछने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. शहर के बाहरी इलाके में एक आम के बाग में एक वीडियो की शूटिंग के बीच, फैज़ल ने कहा, ''कन्नौज एक छोटा शहर है. अगर हमारी प्रतिभा दिखाने के लिए कोई जगह थी तो वह टिकटॉक था. इसके कारण हमें हमारे शहर और लखनऊ जैसी जगहों पर पहचाना जाता था. (लेकिन) मोदीजी ने जो किया, वह बिल्‍कुल सही है. हमें कोई समस्या नहीं है." हालांकि वे यह कहने से भी नहीं चूके कि सरकार को हमारे बारे में सोचना चाहिए ताकि लोगों की छिपी प्रतिभा बाहर आ सके. टिकटॉक ने हमें एक नई पहचान दी है."

यूपी में कन्नौज और कई अन्य शहरों में टिकटॉक यूजर्स ने ये वीडियो कई बोलियों में बनाए, जिनमें हरियाणवी और भोजपुरी शामिल हैं. ये वीडियो अलग-अलग शैलियों में बनाए गए थे. किसी में फिल्‍म का मशहूर डायलॉग है तो किसी में कोई गीत या किसी में कोरियोग्राफ्ड डांस स्‍टेप या हंसी मजाक के लिए टाइमपास इंटरटेनमेंट. पश्चिम यूपी के हापुड़ शहर के 23 वर्षीय पूर्व-टिकटोक स्टार नबील अंसारी कहते हैं, "हम छोटे शहर के लोगों के लिए टिकटॉक दूसरों से अपने प्यार को व्‍यक्‍त करने का एक तरीका था. अब हम भारतीय ऐप्स का इस्तेमाल करेंगे और अपने वीडियो को वहां डालेंगे,हमारा काम चल जाएगा," नबील अंसारी के 3,589 फॉलोअर हैं. कन्नौज के चारों युवाओं की तरह अंसारी भी स्‍नातक हैं और नौकरी की तलाश में हैं. यूपी के एक अन्‍य शहर फिरोजाबाद के 17 वर्षीय स्कूली छात्र और पूर्व टिकटोक स्टार "RIQ" का कहना है कि प्रतिबंध ने उन्‍हें निराश किया है.राज्य की राजधानी लखनऊ में 22 वर्षीय अपूर्वा त्रिपाठी पेशेवर टिकटोक स्टार थीं. इसके जरिये उन्‍हें अच्‍छी खासी इनकम होती थी. अपूर्वा के पांच लाख से अधिक फॉलोअर हैं. टिकटॉक के बेन होने के बाद उन्‍होंने अब विकल्‍प के रूप में लोकप्रिय भारतीय ऐप्‍स की तलाश शुरू कर दी है. अपूर्वा वह भी टिकटोक साथ छूटने से दुखी है, लेकिन उन्‍होंने भी वास्तविकता को स्वीकार कर लिया है.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com