केंद्र सरकार के विवादित नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. देश की राजधानी दिल्ली में शाहीन बाग समेत 1 दर्जन से अधिक जगहों पर लोग इसके विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. शाहीन बाग में पिछले 43 दिनों से लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इसके साथ ही देश के कई अन्य शहरों लखनऊ, पटना, हैदराबाद, मुंबई, सहित कई जगहों पर भी लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली की बात करें तो यहां करीब दो दर्जन जगहों पर प्रदर्शन हो रहे हैं.
दिल्ली में यहां हो रहे हैं प्रदर्शन-
- जामिया मिलिया इस्लामिया गेट नंबर 7
- शाहीन बाग
- जामा मस्जिद गेट नंबर 1
- बल्लीमारान मुख्य सड़क पर दैनिक साइलेंट प्रोटेस्ट
- प्रति दिन कैंडल मार्च नई बस्ती से जामिया मिलिया इस्लामिया गेट नंबर 7
- पुलिस स्टेशन के सामने इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन
- वज़ीराबाद ग़ाली नं 9 अफ़गान चौक
- चंदबाग (मुस्तफाबाद)
- ईदगाह (क़स्साबपुरा)
- मुस्तफाबाद बृजपुरी की पलिया
- खुरेजी
- सीलमपुर
- जफराबाद
- तुर्कमान गेट
- कर्दमपुरी
- खजूरी खास
- सुंदर नगरी
- घर रानी मालवीय नगर
- बेरी वाला बाघ आजाद बाजार
- जामुल मेट्रो फाटक नं 1
- नई बस्ती से जामिया विश्वविद्यालय तक दैनिक कैंडल मार्च
शाहीन बाग प्रदर्शन को पार्टियों ने अगले महीने होने वाले चुनाव के लिए मुद्दा भी बना लिया है. जैसे-जैसे चुनाव निकट आ रहे हैं, शाहीनबाग सहित अन्य जगहों पर हो रहे प्रदर्शनों को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है. हाल ही में दिल्ली में एक सभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था, 'बटन (EVM) तब इतने गुस्से के साथ दबाना कि बटन यहां बाबरपुर में दबे, करंट शाहीन बाग के अंदर लगे.' इससे पहले भी शाह ने जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में इसी तरह का बयान दिया था. उन्होंने कहा था, 'बटन इतनी ताकत से दबाना कि इसके करंट से 8 फरवरी को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी वो जगह छोड़ने पर मजबूर हो जाएं.'
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