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This Article is From Feb 27, 2018

Prime Time Impact : वर्षों से अटकी हुई कई बहालियां हुईं, युवाओं को मिलने लगे ज्वाइनिंग लेटर

स्टाफ सेलेक्शन की ही परीक्षा  सीजीएल 2016 में पास कर चुके नौजवानों को भी ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया जा रहा था.

Prime Time Impact : वर्षों से अटकी हुई कई बहालियां हुईं, युवाओं को मिलने लगे ज्वाइनिंग लेटर
(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:

प्राइमटाइम नौकरी सीरीज के अब तक बीस एपिसोड हो चुके हैं और इस सीरीज का व्यापक असर भी हो रहा है. नौकरी सीरीज की शुरुआत स्टाफ सेलेक्शन कमीशन की परीक्षओं से हुई थी. जिसमें कम्बाइंड हायर सेकेंडरी लेवल(सीएचएसएल 2015)  और कंबाइंड ग्रेजुएट लेवल (सीजीएल 2016) के तहत अटकी हुई 9194 और 10,661 बहालियों की बात की थी जिसमें कैंडिडेट को ज्वाइनिंग नहीं मिल रहा था, जबकि अगस्त 2017 में ही रिजल्ट आ चुका है.  प्राइमटाइम की  नौकरी सीरीज की उन्नीसवीं कड़ी में हमने दिखाया था कि पोस्टल विभाग जिसमें सबसे अधिक भर्तियां थीं के महाराष्ट्र  सर्किल में चयनित  353 नौजवानों को ज्वाइनिंग की कोई ख़बर नहीं मिल रही थी. सोमवार 27 फरवरी  को यह ख़बर आई कि इन 353 नौजवानों को बता दिया गया है कि उनकी पोस्टिंग किस ब्रांच और शहर में होगी.

स्टाफ सेलेक्शन की ही परीक्षा  सीजीएल 2016 में पास कर चुके नौजवानों को भी ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया जा रहा था. आयकर विभाग की संस्था सीबीडीटी के अंतर्गत इनकमटैक्स इन्स्पेक्टर के  लिए 1114 पदों पर नियुक्ति के लिए नौजवान ज्वाइनिंग लेटर का इंतज़ार कर रहे थे.

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इनकम टैक्स विभाग ने अपने वेबसाइट पर इनके लिए निर्देश जारी किया है कि वे अपनी पसंद की जगह का चुनाव करें और फार्म जमा करे. ज्वाइनिंग लेटर मिलने के बाद बहुत से अभ्यर्थि एनडीटीवी को शुक्रिया का संदेश भेज रहे हैं जिनमें से कुछ को प्रसारित भी किया जा रहा है.

प्राइमटाइम की बैंक सीरीज के तहत हम लगातार बैंककर्मियों और बैंक में काम करने की परिस्थितियों का जायज़ा ले रहे हैं जिसमे कर्मचारियों को मिलने वाले इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं की भी पड़ताल कर रहे हैं जिसमें उनको काम करना पड़ता है.  26 फरवरी के एपिसोड में दिखाया गया था कि  महिला कर्मचारियों के लिए काम करने की परिस्थितियां कितनी मुश्किल है. बहुत से बैंक की शाखाओं में शौचालय तो क्या कहीं कहीं पीने का पानी भी नहीं उपलब्ध है. इस एपिसोड में कुछ शाखाओं शौचालय दिखाया गया जिसमें महिला और पुरुष के लिए एक ही शौचालय था. एक शाखा में तो शौचालय में पानी की व्यवस्था नहीं थी. पटना में इंडियन बैंक के बेली रोड ब्रांच में पुरुषों के लिए भी शौचालय नहीं है. इसी बैंक की बिहार टेक्स्ट बुक पब्लिशिसंग कार्पोरेशन बिल्डिंग के ब्रांच में भी टॉयलेट तो दूर पीने के पानी की व्यवस्था तक नहीं है.

VIDEO : कैसे हैं हमारे बैंकों में कामकाज के हालात?​

इस एपिसोड के बाद इलाहाबाद बैंक, स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया, सिंडिकेट बैंक और इंडियन बैंक हरकत में आया है. इन बैंकों ने सर्कुलर भेज कर हर ब्रांच में महिलाओं के लिए सौ फीसदी शौचालय की व्यवस्था का ऐलान किया है. एनडीटीवी को कई ऐसे सन्देश मिले जिसमे बैंक के आला अधिकारियों ने शाखाओं को निर्देश दिया है कि शाखा में साफ़ सफाई और शौचालय की व्यवस्था शीघ्र हो.

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