एयर इंडिया A-320 एयरक्राफ्ट (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
21 साल पुराने एयरबस A-320 विमान जिसकी सोमवार रात दिल्ली में इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई थी, उसे पायलटों ने कई महीने पहले ही एयर इंडिया के उन विमानों में से एक बताया था, जो 'जानलेवा एयरक्राफ्ट' की श्रेणी में थे। NDTV को इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन द्वारा मार्च में भेजा गया एक पत्र मिला है, जिसमें A-320 का उपयोग करने के खतरे के बारे में बताया गया है।
सोमवार को इमरजेंसी लैंडिंग करने वाले एयर इंडिया के विमान में 150 यात्री सवार थे, जिन्हें विमान में हाइड्रॉलिक संबंधी खराबी के कारण इमरजेंसी स्लाइड के माध्यम से उतारा गया। यह घटना दर्शाती है कि दो दशक पुराने इस विमान को रनवे से क्यों बाहर कर दिया जाना चाहिए था।
एयरपोर्ट अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर एयर इंडिया के अधिकारियों ने व्हील-बे में आग लगने की घटना के बड़ा होने से इंकार किया है। एयरलाइन ने बताया है कि संभवतः लैंडिंग के समय विमान में जोर से ब्रेक लगने पर निकली चिंगारी के कारण लीक हो रहे हाइड्रॉलिक फ्लूड में आग लग गई होगी।
कुछ यात्रियों को इस घटना के बाद मामूली चोटें आईं थी।
लेखक विलियम डेलरिंपल ने NDTV को बताया कि यात्रियों से कहा गया था कि खजुराहो-वाराणसी-दिल्ली की उड़ान रद्द हो गई है, लेकिन अंतिम समय में यह घोषणा की गई कि विमान की तकनीकी खराबियों को ठीक कर दिया गया है और विमान उड़ान भरेगा।
साल में ज्यादातर समय दिल्ली में बिताने वाले ब्रिटिश लेखक ने कहा, "उड़ान भरने के समय विमान में खराबी थी।"
उन्होंने कहा कि इस विमान में अपने बेटे के साथ एयर इंडिया का एक इंजीनियर भी सफर कर रहा था, उसने कहा कि 'वह बहुत नर्वस है, क्योंकि उसे नहीं लगता कि विमान को ठीक कर लिया गया है। वह प्रार्थना कर रहा था।'
डेलरिंपल ने कहा, "जैसे ही विमान हवाईपट्टी पर उतरने लगा उन्होंने कहा, 'मे-डे, मे-डे, यात्रियों खाली करो...', क्योंकि उन्हें पता था कि कोई बड़ी खराबी आ गई है।"
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कल रात कहा था, "पायलटों को विमान के लैंडिंग से पहले हवा में होने के दौरान ही हाइड्रॉलिक सिस्टम में रिसाव का पता चला था।"
सोमवार को इमरजेंसी लैंडिंग करने वाले एयर इंडिया के विमान में 150 यात्री सवार थे, जिन्हें विमान में हाइड्रॉलिक संबंधी खराबी के कारण इमरजेंसी स्लाइड के माध्यम से उतारा गया। यह घटना दर्शाती है कि दो दशक पुराने इस विमान को रनवे से क्यों बाहर कर दिया जाना चाहिए था।
एयरपोर्ट अधिकारियों से प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर एयर इंडिया के अधिकारियों ने व्हील-बे में आग लगने की घटना के बड़ा होने से इंकार किया है। एयरलाइन ने बताया है कि संभवतः लैंडिंग के समय विमान में जोर से ब्रेक लगने पर निकली चिंगारी के कारण लीक हो रहे हाइड्रॉलिक फ्लूड में आग लग गई होगी।
कुछ यात्रियों को इस घटना के बाद मामूली चोटें आईं थी।
लेखक विलियम डेलरिंपल ने NDTV को बताया कि यात्रियों से कहा गया था कि खजुराहो-वाराणसी-दिल्ली की उड़ान रद्द हो गई है, लेकिन अंतिम समय में यह घोषणा की गई कि विमान की तकनीकी खराबियों को ठीक कर दिया गया है और विमान उड़ान भरेगा।
साल में ज्यादातर समय दिल्ली में बिताने वाले ब्रिटिश लेखक ने कहा, "उड़ान भरने के समय विमान में खराबी थी।"
उन्होंने कहा कि इस विमान में अपने बेटे के साथ एयर इंडिया का एक इंजीनियर भी सफर कर रहा था, उसने कहा कि 'वह बहुत नर्वस है, क्योंकि उसे नहीं लगता कि विमान को ठीक कर लिया गया है। वह प्रार्थना कर रहा था।'
डेलरिंपल ने कहा, "जैसे ही विमान हवाईपट्टी पर उतरने लगा उन्होंने कहा, 'मे-डे, मे-डे, यात्रियों खाली करो...', क्योंकि उन्हें पता था कि कोई बड़ी खराबी आ गई है।"
नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री महेश शर्मा ने कल रात कहा था, "पायलटों को विमान के लैंडिंग से पहले हवा में होने के दौरान ही हाइड्रॉलिक सिस्टम में रिसाव का पता चला था।"
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