
बेंगलुरु:
बेंगलुरु के श्रीरामपुरा में एक कॉर्पोरेटर के घर शुक्रवार सुबह पुलिस की दबिश में 'बम नागा' के नाम से कुख्यात नागराज तो पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा लेकिन जब उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां बने होम थिएटर में पुलिस को कई गुप्त चैंबर मिले जिसको खोलने में पुलिस को घंटों लग गए. प्रोफेशनल ताला खोलने वाले को बुलाया गया जिसने काफी मजबूत तालों को बड़े बड़े हथौड़ों की मदद से तोड़ा और फिर पुलिस की आंखें चुंधिया गईं. बड़े बड़े बक्सों में 500 और 1000 रुपये के नोटों का इतना बड़ा स्टॉक जमा था कि नोट गिनने वाली तीन मशीनों की मदद लेनी पड़ी और गिनती का काम 5 घंटे के आस-पास एक मजिस्ट्रेट के सामने चला.
पुलिस का कहना है कि फिलहाल जो गिनती हुई है उसके आधार पर नोटों की तादाद 14 करोड़ 80 लाख है. दरअसल एक अपहरण और फिरौती के मामले में पुलिस ने दबिश दी थी. बम नागा ने अपने घर के चारों तरफ तक़रीबन आधे किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी का जाल बिछाया हुआ था, यानी उसे दूर से ही पता चल जाता था कि कौन उसके मोहल्ले में आया है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हेमंत निम्बालकर ने बताया कि बम नागा के ख़िलाफ़ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
2013 में उसके ख़िलाफ़ गुंडा एक्ट भी लगाया गया था लेकिन हाई कोर्ट की मॉनिटरिंग समिति ने उसे गुंडा एक्ट से मुक्त कर दिया था. प्रतिबमधित नोटों के अलावा कई धारदार हथियार भी वहां से बरामद हुए हैं. तक़रीबन 15 करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट के साथ-साथ 2 तलवार, दो बड़े गंडासे, 2 धारदार हंसूअे और डंडे भी मिले हैं. क्रिकेट बैट के साथ-साथ और कुछ दूसरे प्रॉपर्टीज से जुड़े दस्तावेज़ भी. तक़रीबन 12 साल पहले वो कॉर्पोरेटर का चुनाव जीता था. तब कांग्रेस पार्टी से उसके अच्छे संबंध थे.
लेकिन ऐसा कहा जाता है कि 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव से उसकी अनबन हुई और बम नागा ने दिनेश गुंडु राव के खिलाफ ऐसी मोर्चाबंदी की कि उसके प्रभाव वाले इलाके में गुंडु राव की हालत पतली हो गई थी. 'बम नागा' फिलहाल फरार है जिसकी तलाश के लिए लुक टीमें बनाई गई हैं. पुलिस पिछले एक हफ्ते से उसे तलाश रही है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि नागा को शक हो गया और इस लिए वो भाग खड़ा हुआ.
पुलिस का कहना है कि फिलहाल जो गिनती हुई है उसके आधार पर नोटों की तादाद 14 करोड़ 80 लाख है. दरअसल एक अपहरण और फिरौती के मामले में पुलिस ने दबिश दी थी. बम नागा ने अपने घर के चारों तरफ तक़रीबन आधे किलोमीटर के दायरे में सीसीटीवी का जाल बिछाया हुआ था, यानी उसे दूर से ही पता चल जाता था कि कौन उसके मोहल्ले में आया है. अतिरिक्त पुलिस आयुक्त हेमंत निम्बालकर ने बताया कि बम नागा के ख़िलाफ़ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
2013 में उसके ख़िलाफ़ गुंडा एक्ट भी लगाया गया था लेकिन हाई कोर्ट की मॉनिटरिंग समिति ने उसे गुंडा एक्ट से मुक्त कर दिया था. प्रतिबमधित नोटों के अलावा कई धारदार हथियार भी वहां से बरामद हुए हैं. तक़रीबन 15 करोड़ रुपये के प्रतिबंधित नोट के साथ-साथ 2 तलवार, दो बड़े गंडासे, 2 धारदार हंसूअे और डंडे भी मिले हैं. क्रिकेट बैट के साथ-साथ और कुछ दूसरे प्रॉपर्टीज से जुड़े दस्तावेज़ भी. तक़रीबन 12 साल पहले वो कॉर्पोरेटर का चुनाव जीता था. तब कांग्रेस पार्टी से उसके अच्छे संबंध थे.
लेकिन ऐसा कहा जाता है कि 2013 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस के मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष दिनेश गुंडु राव से उसकी अनबन हुई और बम नागा ने दिनेश गुंडु राव के खिलाफ ऐसी मोर्चाबंदी की कि उसके प्रभाव वाले इलाके में गुंडु राव की हालत पतली हो गई थी. 'बम नागा' फिलहाल फरार है जिसकी तलाश के लिए लुक टीमें बनाई गई हैं. पुलिस पिछले एक हफ्ते से उसे तलाश रही है लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि नागा को शक हो गया और इस लिए वो भाग खड़ा हुआ.
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