यह ख़बर 18 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

माकपा ने दिखाए विधानसभा में आंसू गैस के गोले

खास बातें

  • माकपा के एक वरिष्ठ नेता ईपी जयराजन ने केरल विधानसभा में आंसू गैस के दो गोलों का प्रदर्शन किया। ऐसा माना जा रहा है कि ये वही दो गोले थे जिनका प्रयोग पुलिस ने पिछले सप्ताह विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को तितर बितर करने के लिए किया था।
तिरूवनंतपुरम:

माकपा के एक वरिष्ठ नेता ईपी जयराजन ने केरल विधानसभा में आंसू गैस के दो गोलों का प्रदर्शन किया। ऐसा माना जा रहा है कि ये वही दो गोले थे जिनका प्रयोग पुलिस ने पिछले सप्ताह विरोध प्रदर्शन कर रहे छात्रों को तितर बितर करने के लिए किया था।

अध्यक्ष जी कार्तिकेयन और गृह मंत्री तिरूवंचूर राधाकृष्णन ने जयराजन के इस व्यवहार की निंदा की। उन्होंने माना कि जयराजन ने अपनी पार्टी के छात्र संगठन एसएफआई (स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन को बंद कराने में पुलिस को क्रूर साबित करने के लिए इन बारूदी गोलों का प्रदर्शन किया।

अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए अध्यक्ष ने कहा कि सदन में विस्फोटक सामग्री लाना या उनका प्रदर्शन करना कानून के खिलाफ है। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को जयराजन से ये बारूदी गोले लेने का आदेश दिया। अध्यक्ष द्वारा पार्टी के विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों के कथित दमन के मुद्दे को लेकर दिए गए कार्य स्थगन प्रस्ताव के नोटिस को खारिज किए जाने पर एलडीएफ सदस्य सदन से वाकआउट कर गए।

विपक्ष के नोटिस का जवाब देते हुए त्रिवनचूर राधाकृष्णन ने इन आरोपों से इनकार किया कि पुलिस ने विरोध प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए क्रूरता बरती थी। ये प्रदर्शनकारी 14 जून को मुख्यमंत्री ओमान चांडी की बैठक के कार्यक्रम स्थल के सामने इकट्ठे हो गए थे। मंत्री ने बताया कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तब तितर बितर करने की कोशिश की थी जब उन्होंने सड़क पर यातायात रोक दिया था और पुलिसवालों व उनके वाहनों पर पथराव करने लगे थे।

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जयराजन का आरोप था कि पुलिस ने बिना किसी उकसावे के लाठियां बरसानी शुरू कर दीं और आंसू गैस के गोले छोड़े। उन्होंने बताया कि यह प्रदर्शन इडुकी जिले के रहने वाले एसएफआई नेता अनीश रंजन की हत्या के दोषियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करने के उनके आंदोलन का हिस्सा था। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शन के दौरान कई छात्र घायल हो गए।