नई दिल्ली:
रेलमंत्री पवन कुमार बंसल द्वारा आज पेश किए गए रेल बजट को एक विशेष क्षेत्र को तवज्जो देने वाला करार देते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि इस तरह से रेलवे का राजनीतिकरण करना देश के लिए ठीक नहीं है।
मायावती ने संसद भवन परिसर में रेल बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि पिछले कई वर्षों से संप्रग के घटक दल के पास रेल मंत्रालय रहा। उन्होंने कहा कि यह आम चलन हो गया है कि इन दलों ने अपने राज्यों पर ध्यान दिया और रेलवे का राजनीतिक इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि देश के विकास और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए रेलवे का जाल बिछाया जाना चाहिए और इसमें कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
बसपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं। रेल लाइन या अन्य रेल परियोजनाएं यदि रायबरेली के लिए ही होगी तो शेष 74 जिलों का क्या होगा।
मायावती ने कहा कि देश के गरीब लोग और माध्यम वर्ग सबसे अधिक रेलवे का उपयोग करते हैं, इसलिए इनके हितों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, एक विशेष क्षेत्र पर पूरा ध्यान लगाना ठीक नहीं है। रेलवे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
मायावती ने संसद भवन परिसर में रेल बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए संवाददाताओं से कहा कि पिछले कई वर्षों से संप्रग के घटक दल के पास रेल मंत्रालय रहा। उन्होंने कहा कि यह आम चलन हो गया है कि इन दलों ने अपने राज्यों पर ध्यान दिया और रेलवे का राजनीतिक इस्तेमाल किया।
उन्होंने कहा कि देश के विकास और जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए रेलवे का जाल बिछाया जाना चाहिए और इसमें कोई भेदभाव नहीं किया जाना चाहिए।
बसपा प्रमुख ने कहा कि उत्तर प्रदेश में 75 जिले हैं। रेल लाइन या अन्य रेल परियोजनाएं यदि रायबरेली के लिए ही होगी तो शेष 74 जिलों का क्या होगा।
मायावती ने कहा कि देश के गरीब लोग और माध्यम वर्ग सबसे अधिक रेलवे का उपयोग करते हैं, इसलिए इनके हितों को ध्यान में रखा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा, एक विशेष क्षेत्र पर पूरा ध्यान लगाना ठीक नहीं है। रेलवे का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं