यह ख़बर 21 मई, 2011 को प्रकाशित हुई थी

ममता ने किया मंत्रियों के विभागों का बंटवारा

खास बातें

  • पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह, भूमि और भूमि सुधार समेत नौ विभाग अपने पास रखते हुए अपने मंत्रियों को उनके मंत्रालय आवंटित कर दिए हैं।
Kolkata:

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गृह, भूमि और भूमि सुधार समेत नौ विभाग अपने पास रखते हुए अपने मंत्रियों को उनके मंत्रालय आवंटित कर दिए हैं। इसके अलावा ममता के पास सूचना और सांस्कृतिक मामले, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण, कृषि, पहाड़ी मामले, अल्पसंख्यकों संबंधी मामले, मदरसा शिक्षा, कार्मिक और प्रशासनिक सुधार और ऊर्जा मंत्रालय भी रहेगा। ममता के साथ तृणमूल कांग्रेस के 35 मंत्रियों और कांग्रेस के दो मंत्रियों ने भी शुक्रवार को शपथ ली थी। कांग्रेस के दोनों विधायकों मानस भुइंया और अबू हेना को कैबिनेट स्तर का मंत्री और तृणमूल के चार विधायकों को राज्य मंत्री बनाया गया है। अर्थशास्त्री और फिक्की के पूर्व महासचिव अमित मित्रा को वित्त और आबकारी, जबकि ममता के करीबी सहयोगी पार्थ चटर्जी को वाणिज्य और उद्योग, लोक उद्यम, औद्योगिक पुनर्निमाण, संसदीय मामले और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय सौंपे गए हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष सुब्रत बक्शी को लोक निर्माण विभाग और परिवहन, पूर्व मुख्य सचिव मनीष गुप्ता को विकास और नियोजन विभाग दिया गया है। गुप्ता ने पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य को हराया था। कोलकाता के पूर्व महापौर और तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुब्रत मुखर्जी को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग दिया गया है। पार्टी के अल्पसंख्यक समुदाय के नेता अब्दुल करीम चौधरी को सामूहिक शिक्षा विस्तार और पुस्तकालय सेवा विभाग दिया गया है। थिएटर की हस्ती और दमदम से माकपा के गौतम बसु को हराने वाले बृत्य बसु को उच्च शिक्षा जैसा अहम मंत्रालय सौंपा गया है। वहीं सीबीआई के पूर्व संयुक्त निदेशक उपेंद्र नाथ विश्वास को पिछड़ी जाति पुनर्वास विभाग की सौगात दी गई है। कलकत्ता उच्च न्यायालय के सेवानिवृत न्यायाधीश न्यायमूर्ति नूर आलम चौधरी को पशु संसाधन विकास विभाग दिया गया है। पार्टी के एक और अल्पसंख्यक नेता जावेद खान को आपदा प्रबंधन, अग्निशमन, आपातकालीन सेवाएं और नागरिक सुरक्षा विभाग मिला है। ममता के करीबी सहयोगी फरहाद हाकिम को नगरीय निकाय मामले और शहरी विकास की सौगात मिली है। सिंगूर से पार्टी के विधायक रवींद्रनाथ भट्टाचार्य को स्कूल शिक्षा विभाग, कांग्रेस की पूर्व विधायक और अब तृणमूल कांग्रेस से चुनाव लड़ने वाली सावित्री मित्रा को महिला और बाल विकास के अलावा सामाजिक पुनर्वास विभाग भी मिला है। सिंगूर आंदोलन के दौरान तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए पूर्व नक्सल नेता पुर्णेंदु बसु को श्रम मंत्रालय दिया गया है। पश्चिम बंगाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मानस भुंइया को सिंचाई एवं जल मार्ग तथा कुटीर एवं लघु आकार उद्यम तथा कपड़ा मंत्रालय का भार सौंपा गया है। कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता अबू हेना को मत्स्य, खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा उद्यान मंत्रालय दिया गया है। सभी मंत्रियों के विभाग तय करने से पहले ममता ने राज्य के सचिवालय में देर रात तक पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। वरिष्ठ पार्टी नेता ज्योतिप्रिया मलिक को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्रालय दिया गया। शांति राम महतो को स्व-सहायता समूह एवं स्वरोजगार मंत्रालय, पूर्व आईपीएस अधिकारी हैदर अजीज सफवी को सहयोग एवं अतंर्देशीय जल परिवहन मंत्रालय दिया गया। कैबिनेट स्तर के और मंत्रालय निम्न प्रकार हैं : मौली घटक (कानून, न्यायिक व्यवस्था), रछपाल सिंह (पर्यटन), हितेन बर्मन (वन), गौतम देव (उत्तरी बंगाल विकास), शंकर चक्रवर्ती (अपरंपरागत ऊर्जा संसाधन, सुधारात्मक प्रशासन), रवि रंजन चट्टोपाध्याय (तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण, विज्ञान और तकनीकी, जैव प्रौद्योगिकी), सुदर्शन घोष दस्तीदार (पर्यावरण), उज्ज्वल विस्वास (युवा सेवाएं), श्यामाप्रसाद मुखर्जी (आवास), सुकुमार हंसदा (पश्चिमांचल विकास मामले), सौमेन महापात्रा (जल संसाधन जांच और विकास), अरुप रॉय (कृषि विपणन) और चंद्रनाथ सिन्हा (पंचायत और ग्रामीण विकास)। स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री : मंजुल कृष्ण ठाकुर (शरणार्थी राहत और पुनर्वास), मदन मित्रा (खेल), श्यामलाल मंडल (सुंदरवन मामले)।


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