महाराष्ट्र की राजनीति में सरकार गठन पर सस्पेंस लगातार जारी है. सूत्रों के हवाले से सरकार गठन को लेकर हर दिन कोई न कोई फॉर्मूला सामने आ जाता है. इस बीच शरद पवार के शिवसेना के साथ सरकार गठन को लेकर दिए बयान पर संजय राउत का रिएक्शन आया है. शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा कि NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) क्या कहते हैं, इसे समझने के लिए 100 बार जन्म लेना पड़ेगा. शिवसेना सांसद सोमवार को उनके आवास पर पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. इस दौरान एक पत्रकार ने उनसे शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा (Shiv Sena-congress-NCP) द्वारा महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शरद पवार के लगभग 'यू-टर्न' लेने पर सवाल पूछा, जिसके जवाब में उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी.
शिवसेना के साथ सरकार बनाने को लेकर शरद पवार ने दिया चौंकाने वाला बयान
बता दें कि एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से मुलाकात करने से पहले एक सवाल का जवाब दिया था, जिसे सुनकर कई लोग हैरान रह गए थे. उनसे पूछा गया था कि शिवसेना कह रही है कि वह सरकार बनाने के लिए एनसीपी से बातचीत कर रही थी. इस पर जवाब देते हुए शरद पवार ने कहा था, 'वास्तव में ऐसा था?'
NCP प्रमुख शरद पवार से मुलाकात के बाद बोले शिवसेना नेता संजय राउत, 'मुझे भरोसा है कि जल्द ही...'
संजय राउत ने कहा, 'आपको पवार और हमारे गठबंधन को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है. बहुत जल्द, दिसंबर की शुरुआत में, एक शिवसेना नीत गठबंधन सरकार महाराष्ट्र में सत्ता में होगी. यह एक स्थिर सरकार होगी.' उन्होंने कहा कि सरकार गठन को लेकर शिवसेना को कोई संदेह नहीं है, लेकिन मीडिया इस पर संदेह पैदा कर रहा है. राउत ने कहा कि उन्होंने महाराष्ट्र के किसानों के मुद्दों पर NCP प्रमुख के साथ चर्चा की थी.
संजय राउत ने कहा, 'क्या गलत है अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पवार की तारीफ कर दी? इससे पहले मोदी ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया था कि पवार उनके राजनीतिक गुरु हैं. इसलिए इसमें कोई राजनीति न देखें.' उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा, 'वह सेना थी, जिसने महाराष्ट्र में भाजपा को खड़ा किया, उसे सीट दी और हमेशा अपने साथ रखा और अब भाजपा ने संसद में शिवसेना के सांसदों के सीटिंग अरेंजमेंट को बदल दिया है और उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी.'
बता दें कि महाराष्ट्र की 288 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के पास 105, शिवसेना के पास 56 सीटें हैं, जबकि राकांपा और कांग्रेस के पास क्रमश: 54 और 44 सीटें हैं. राज्य में सरकार बनाने को इच्छुक किसी भी दल या गठबंधन को विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 145 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी.
VIDEO: महाराष्ट्र में अगली सरकार की तस्वीर साफ नहीं
(इनपुट: IANS से भी)
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