श्रीनगर में आतंकियों ने ज्वेलर सतपाल निश्चल की गुरुवार को गोली मारकर हत्या कर दी. पुलिस सूत्रों ने शुक्रवार को कहा कि मूल निवास प्रमाण पत्र (Domicile Certificate) की वजह से व्यापारी की हत्या की गई थी. निवास प्रमाण पत्र से उन्हें जम्मू-कश्मीर में जमीन और संपत्ति खरीदने का अधिकार मिला था. सतपाल निश्चल 50 साल से ज्यादा समय से जम्मू-कश्मीर में रह रहे थे और उन्हें पिछले महीने प्रमाण पत्र मिला था. सतपाल दुकान में थे जब आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाया.
एक आतंकी संगठन ने सतपाल निश्चल की हत्या की जिम्मेदारी ली है. हत्या के बाद आतंकी संगठन ने बयान में कहा, हम नए निवास कानून का विरोध करते हैं, ज्वेलर ने इसी कानून के तहत स्थायी निवास (Domicile) हासिल किया था. जो लोग भी इस कानून के तहत जमीन लेंगे हम उसे कब्जा मानेंगे."
केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद 370 के कुछ प्रावधानों को खत्म करते हुए जम्मू-कश्मीर के विशेष राज्य के दर्जे को वापस ले लिया था. इसके बाद, पिछले साल नया भूमि कानून अधिसूचित किया गया था, जो कि किसी भी राज्य में रहने वालों को जम्मू-कश्मीर में अचल संपत्ति खरीदने का अधिकार देता है.
कश्मीर घाटी में अब तक, 10 लाख से ज्यादा अधिवास प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं, अधिकांश सर्टिफिकेट स्थानीय लोगों को जारी किए गए हैं. कितने गैर स्थानीय लोगों ने डोमेसाइल सर्टिफिकेट हासिल किया है इसका सरकार ने अलग से आंकड़ा जारी नहीं किया है.
निश्चल परिवार मूल रूप से पंजाब के गुरदासपुर का रहने वाला है और दशकों से श्रीनगर में रहा है. इस परिवार के अधिकांश लोग आभूषण कारोबार से जुड़े हुए हैं. निश्चल के पड़ोसियों का कहना है कि निश्चल हमारे भाई जैसे थे, बाहरी नहीं थे. पड़ोसी शाबिर अहमद ने कहा, "हमने कभी उन्हें बाहरी नहीं समझा, वह दूसरे कश्मीरी भाइयों की तरह ही थे. वह बहुत प्रेम से हमसे मिलते थे. यही कारण है कि हर कोई दुखी है."
पुलिस का कहना है कि वह मामले की जांच कर रही है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हमने कुछ लोगों को उठाया है. एक हमलावर सीसीटीवी फुटेज में कैद भी हुआ है. हमें उम्मीद है कि हम उन्हें जल्द पकड़ लेंगे."
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