डीआरडीओ ने रुस्तम 2 का कर्नाटक के चलाकेरे टेस्ट फैसिलिटी से कामयाब परीक्षण किया.
नई दिल्ली:
भारत ने अपने पहले हैवी ड्यूटी ड्रोन का सफल परीक्षण कर लिया है. देश में रक्षा क्षेत्र में अनुसंधान से जुड़े संगठन डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइज़ेशन डीआरडीओ ने रुस्तम 2 नाम के अपने इस ड्रोन का कर्नाटक के चलाकेरे टेस्ट फैसिलिटी से कामयाब परीक्षण किया.
यह भी पढ़ें : डीआरडीओ ने रुस्तम-2 की तरह 10 ड्रोन विमानों के निर्माण का फैसला किया
यह ड्रोन अमेरिका और इज़राइल से आयात किए गए हाई टेक ड्रोन्स की जगह लेने की क्षमता रखता है. भारत पिछले कई साल से रुस्तम 2 नाम के इस ड्रोन पर काम कर रहा था और परीक्षण के दौरान इसकी एक उड़ान क्रैश भी हुई थी. रुस्तम-2 मध्यम ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम मानवरहित विमान (यूएवी) है.
VIDEO : ड्रोन रुस्तम 2 का सफल परीक्षण
अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका के प्रीडेटर ड्रोनों की तर्ज पर रुस्तम-2 को विकसित किया गया है, ताकि यह सशस्त्र बलों के लिए निगरानी एवं रेकी की भूमिकाओं को अंजाम दे सके. डीआरडीओ ने कहा कि सफल परीक्षण के सभी मानक 'सामान्य' रहे. रुस्तम-2 अलग-अलग तरह के पेलोड साथ ले जाने में सक्षम है.
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यह ड्रोन अमेरिका और इज़राइल से आयात किए गए हाई टेक ड्रोन्स की जगह लेने की क्षमता रखता है. भारत पिछले कई साल से रुस्तम 2 नाम के इस ड्रोन पर काम कर रहा था और परीक्षण के दौरान इसकी एक उड़ान क्रैश भी हुई थी. रुस्तम-2 मध्यम ऊंचाई पर लंबे समय तक उड़ान भरने में सक्षम मानवरहित विमान (यूएवी) है.
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अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका के प्रीडेटर ड्रोनों की तर्ज पर रुस्तम-2 को विकसित किया गया है, ताकि यह सशस्त्र बलों के लिए निगरानी एवं रेकी की भूमिकाओं को अंजाम दे सके. डीआरडीओ ने कहा कि सफल परीक्षण के सभी मानक 'सामान्य' रहे. रुस्तम-2 अलग-अलग तरह के पेलोड साथ ले जाने में सक्षम है.
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