उत्तराखंड में आग बुझाने के लिए सरकार गंभीर, 5 करोड़ रुपये आवंटित : जावड़ेकर

उत्तराखंड में आग बुझाने के लिए सरकार गंभीर, 5 करोड़ रुपये आवंटित : जावड़ेकर

प्रकाश जावड़ेकर (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि सरकार ने उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग पर गंभीर रुख अपनाते हुए अग्निशमन प्रयासों के लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। आग से निपटने के प्रयासों के तहत छह हजार श्रमिकों को भी तैनात किया गया है।

उत्तराखंड के वनों में लगी आग पर एक बयान में जावड़ेकर ने कहा, 'प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस अग्निकांड को बेहद गंभीरता से लेते हुए शनिवार को एक बैठक बुलाई थी। गृह मंत्रालय, राष्ट्रीय आपदा राहत बल और वायुसेना अग्निशमन प्रयासों का मार्गदर्शन कर रहे हैं। पिछले महीने 1200 से ज्यादा स्थलों पर आग की घटनाएं घटीं और आग के कारण 1900 हेक्टेयर से ज्यादा वन क्षेत्र प्रभावित हुए हैं।'

'2012 में 1300 जगहों पर लगी थी आग'
जावड़ेकर ने कहा कि 2012 में 1300 स्थानों पर आग की घटनाएं हुईं और इनके कारण 2000 हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र प्रभावित हुए थे। उन्होंने कहा, 'वन महानिदेशक सहित सभी प्रमुख वन अधिकारी शनिवार से घटनास्थल पर मौजूद हैं। वे बैठकें कर रहे हैं और स्थानीय श्रमिकों को निर्देश दे रहे हैं।'

जावड़ेकर ने कहा, 'अग्निशमन के लिए छह हजार श्रमिकों को तैनात किया गया है। अग्निशमन प्रयासों के लिए आवश्यक व्यय प्रदान किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि शनिवार को इसके लिए पांच करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।

'उपग्रह से आग की चेतावनी दी जा रही है'
जावड़ेकर ने कहा कि उपग्रह के माध्यम से पिछले साल से आग चेतावनियां जारी की जा रही हैं। उन्होंने कहा, 'अग्नि-पूर्व चेतावनी जारी करने का परीक्षण भी शुरू किया जा चुका है। इस नई तकनीक को वन संस्थानों के द्वारा विकसित किया गया है। संबंधित विभागों को एक एसएमएस भी भेजा जाएगा।'

स्थानीय टेलीविजन चैनल इस तरह की वनाग्नि की घटनाओं के समय बरती जाने वाली सावधानी और अग्निशमन के प्रयासों में दिए जा सकने वाले योगदान के लिए 30 सेकेंड के विज्ञापन चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी आग घटनाओं के कारणों को जानने के लिए एक अध्ययन किया जाएगा और देशभर में भविष्य में इन पर नियंत्रण पाने के लिए एक कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

राजनाथ सिंह ने आग की स्थिति की समीक्षा की
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने उत्तराखंड की स्थिति की रविवार को समीक्षा की, जहां भीषण आग से कई जिलों में 2269 हेक्टअर वनक्षेत्र जलकर नष्ट हो गया है और सात लोगों की जान चली गई।

गृहमंत्री ने वनों में लगी आग से उत्पन्न स्थिति पर राज्य सरकार के मुख्य सचिव एवं अन्य अधिकरियों के साथ बातचीत की और केंद्र की ओर से सभी सहायता की पेशकश की।

राजनाथ सिंह ने केंद्रीय अधिकारियों को वनों की आग को नियंत्रित करने के लिए राज्य सरकार को सभी संभव सहायता पहुंचाने का निर्देश दिया। गृहमंत्री ने शनिवार को राज्यपाल केके पॉल से बातचीत की थी, जिन्होंने उन्हें इस पहाड़ी राज्य की स्थिति के बारे में बताया।

एमआई-17 हेलीकॉप्टर आग बुझाने में जुटे
वायुसेना के एक एमआई 17 हेलीकॉप्टर ने वनों की आग पर काबू पाने के लिए नैनीताल में वनों पर पानी छिड़कना शुरू किया है। वनों की आग की वजह से सात लोग मर गए हैं। यह आग कम घनी आबादी वाले सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में फैली है। पौड़ी, नैनीताल, रुद्रप्रयाग और टिहरी सबसे अधिक प्रभावित जिलों में शामिल हैं।

केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा है कि केंद्र वनों की आग को गंभीरता से ले रहा है और उसे नियंत्रित करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी बड़ी आगों की वजहों का अध्ययन करेगी और फिर कार्ययोजना बनाएगी।

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)


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