
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार (फाइल फोटो)
हैदराबाद:
नीति आयोग के उपाध्यक्ष राजीव कुमार ने बुधवार को कहा कि विकास को प्रकृति में समग्र होना चाहिए और उसे 'संभ्रांत' और शहरों पर केंद्रित एक गतिविधि मात्र नहीं होना चाहिए. एमसीआर एचआरडी संस्थान के निदेशक की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में उनके हवाले से कहा गया, 'विकास को संभ्रांत और शहरी क्षेत्रों पर केंद्रित एक गतिविधि मात्र नहीं होना चाहिए.' राजीव कुमार ‘न्यू इंडिया@ 2022’ पर एक बुनियादी पाठ्यक्रम में शामिल हुए ऑल इंडिया सर्विसेज के अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे.
राजीव कुमार ने सभी पक्षों का आह्वान करते हुए कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि विकास की प्रकृति समग्र हो और यह एक जोशपूर्ण जन आंदोलन बने.
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विज्ञप्ति में कहा गया, 'उन्होंने अनुसंधान और विकास के लिए ज्यादा अनुदान, कृषि में विज्ञान और तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग, विकास कार्यक्रमों में समुदायों की व्यापक सहभागिता और समाज के गरीब तबके के लोगों विशेषकर युवाओं की जरूरतों के लिए उन तक जन सुविधाओं की उपलब्धतता की आवश्यकता को रेखांकित किया.'
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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