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कर्नाटक में तूफान 'क्यार' (Kyarr Cyclone) का खतरा बढ़ता ही जा रहा है. मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी में कहा गया है कि यह तूफान अगले कुछ घंटों में भारतीय तटों से टकरा सकता है. विभाग के अनुसार तूफान आगे बढ़ने के साथ-साथ और भी मजबूत होता जा रहा है. कर्नाटक के तटिय इलाकों में तूफान के आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने संभावित इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित जगह पर पहुंचा दिया है. कर्नाटक राज्य प्राकृतिक आपदा निगरानी केंद्र के निदेशक जी.एस. श्रीनिवास रेड्डी ने कहा, "पश्चिम की ओर बढ़ता चक्रवाती तूफान 'क्यार' भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ राज्य के तटीय इलाकों में दस्तक देगा और दो दिनों तक जनजीवन को प्रभाति करेगा." राज्य सरकार ने दक्षिण कन्नड़, उडुपी और उत्तर कन्नड़ तटीय जिलों में रेट अलर्ट जारी कर दिया है.
10 बड़ी बातें
मौसम विभाग ने बयान जारी कर कहा कि 'क्यार' तूफान के और शक्तिशाली होने की हालत में वह ओमान के तटिय इलाकों की तरफ भी मुड सकता है.
भारत के तटिय इलाकों में यह 60 किलोमीटर प्रति घंटा की गति के साथ टकरा सकता है. इससे आसपास के इलाकों में भारी से भारी बारिश हो सकती है.
इस तूफान का असर कर्नाटक के साथ-साथ महाराष्ट्र, गोवा और गुजरात में भी पड़ सकता है.
तूफान की तीव्रता को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को अगले कुछ घंटों तक तट से दूर रहने को कहा है.
मौसम विभाग ने मछुआरों से अरब सागर में भी जाने मना किया है. साथ ही उन्हें सतर्क रहने को भी कहा गया है.
तूफान को देखते हुए कर्नाटक सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया है. तटिय इलाकों में स्कूल और कॉलेज को बंद कर दिया गया है.
क्यार को ध्यान में रखते हुए राज्य प्रशासन ने एनडीआरएफ की कई टीमों को तैयार रखा है. ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके.
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा है कि हम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
जिन इलाकों से इस तूफान के होकर गुजरने की आशंका जताई जा रही है वहां प्रशासन ने विशेष जागरुकता अभियान चलाया हुआ है. ताकि लोगों को पहले ही सुरक्षित जगह पर जाने के लिए प्रेरित किया जा सके.
बीते कुछ समय में इस तरह के कई तूफान भारत के तटिय इलाकों से टकराए हैं, जिनसे बड़ा नुकसान हुआ था.