नई दिल्ली:
बजट सत्र शुरू होने से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राजनीतिक दलों से सहयोग मांगते हुए कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था धीमी पड़ने से उत्पन्न विकट चुनौतियों का देश पर कम से कम असर हो, इसके लिए सबको विश्वसनीय कदम उठाने की जरूरत है।
मनमोहन ने कहा कि संसद सत्र ऐसे समय में हो रहा है, जब विश्व अर्थव्यवस्था मंद पड़ी है। उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था की मंदी का असर भारत पर भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम संसद में अपना वित्तीय कामकाज कैसे निपटाते हैं, यह इस मायने में महत्वपूर्ण होगा कि देश इन बड़ी चुनौतियों का सामना कैसे करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह संसद में सभी वर्गों के सहयोग की उम्मीद करते हैं। सहयोग संबंधी उनका बयान विपक्ष द्वारा हेलीकॉप्टर घोटाले, मंहगाई, महिलाओं के विरूद्ध अपराध और अन्य ज्वलंत मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना के संबंध में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, जहां तक सरकार का सवाल है, वह सदन के सभी वर्गों के साथ रचनात्मक बातचीत को तैयार है, ताकि संसद में हर मुद्दे पर सदस्यों के बीच जिम्मेदारी से चर्चा और बहस हो सके।
मनमोहन ने कहा कि संसद सत्र ऐसे समय में हो रहा है, जब विश्व अर्थव्यवस्था मंद पड़ी है। उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था की मंदी का असर भारत पर भी है। उन्होंने कहा कि ऐसे में हम संसद में अपना वित्तीय कामकाज कैसे निपटाते हैं, यह इस मायने में महत्वपूर्ण होगा कि देश इन बड़ी चुनौतियों का सामना कैसे करता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह संसद में सभी वर्गों के सहयोग की उम्मीद करते हैं। सहयोग संबंधी उनका बयान विपक्ष द्वारा हेलीकॉप्टर घोटाले, मंहगाई, महिलाओं के विरूद्ध अपराध और अन्य ज्वलंत मुद्दों पर सरकार को घेरने की योजना के संबंध में देखा जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, जहां तक सरकार का सवाल है, वह सदन के सभी वर्गों के साथ रचनात्मक बातचीत को तैयार है, ताकि संसद में हर मुद्दे पर सदस्यों के बीच जिम्मेदारी से चर्चा और बहस हो सके।
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