
Coronavirus Death india: देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है. भारत में अबतक कोरोनावायरस से 53 लोगों की मौत हो चुकी है और 2069 लोग इसके संक्रमण के शिकार हुए हैं. बीते 24 घंटे में कोरोनावायरस संक्रमण के 235 नए मामले सामने आए हैं. वहीं, बीते 12 घंटे में 12 लोगों की COVID-19 से मौत हो गई और 12 इस बीमारी से ठीक हुए हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से गुरुवार शाम को ये आंकड़े जारी किए गए हैं. बता दें कि देश में कोरोना संकट को लेकर 14 अप्रैल तक लॉकडाउन जारी है.
इससे पहले आज ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कोरोनावायरस (Coronavirus) खतरे को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बातचीत की. प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोविड-19 के मरीजों के लिए अलग, विशेष अस्पतालों की जरूरत है. इस बैठक में, पीएम मोदी के साथ गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत अन्य प्रमुख लोग मौजूद रहे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि अगले कुछ सप्ताह तक सारा ध्यान जांच करने, संक्रमित लोगों का पता लगाने, उन्हें घरों, पृथक केन्द्रों या अस्पतालों में पृथक रखने पर होना चाहिए.
Increase of 235 #COVID19 cases in the last 24 hours. Total number of #COVID19 positive cases rise to 2069 in India (including 1860 active cases, 155 cured/discharged/migrated people and 53 deaths): Ministry of Health and Family Welfare pic.twitter.com/P4gGGo2cYH
— ANI (@ANI) April 2, 2020
इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 20 मौजूदा केंद्रों और 22 संभावित केंद्रों की पहचान की गई है और अभी तक सामुदायिक स्तर पर संक्रमण का कोई सबूत नहीं है लेकिन इसे नियंत्रित करने के लिए विशाल मानव संसाधन की जरूरत है. मंत्रालय ने यह बात कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए राज्यों को मानव संसाधन पर जारी परामर्श में कही है ताकि वे बीमारी के प्रबंधन के लिए मानव संसाधन गोलबंद कर सकें और उसी के अनुरूप प्रशिक्षण दे सकें.
दस्तावेज में कहा गया, ‘‘सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के सबूत नहीं मिले हैं लेकिन कोरोना वायरस प्रभावित 20 मौजूदा और 22 संभावित केंद्रों की पहचान की गई हैं. नियंत्रण करने के उपायों और संक्रमण के चक्र को तोड़ने एवं संक्रमित लोगों के इलाज के लिए चिकित्सा प्रबंधन में बड़े पैमाने पर मानव संसाधन की जरूरत होगी.'
मंत्रालय ने कहा कि प्रशिक्षण विभिन्न लक्षित समूहों जैसे निगरानी, संक्रमितों की पहचान, नमूना संग्रह, नमूनों की पैकिंग और परिवहन, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण के उचित इस्तेमाल और जैव कचरे का प्रबंधन सहित अस्पताल संक्रमण निवारण एवं नियंत्रण, वेंटिलेटर प्रबंधन सहित चिकित्सीय मामलों का प्रबंधन, क्वारंटीन एवं आइसोलेशन केंद्र का प्रबंधन, समाज स्तर पर मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल आदि के क्षेत्र में होनी चाहिए. मंत्रालय ने राज्यों को सलाह दी है कि प्रशिक्षण के लिए पहचान और इन गतिविधियों के समन्वय के लिए नोडल अधिकारी की तैनाती करें. कोरोना वायरस संक्रमण प्रबंधन के लिए जिला प्रशासन को सलाह दी गई है कि वह मानव संसाधन जुटाए जो ऑपरेशन पूरा होने तक निर्धारित क्षेत्र में ही रह सकें.
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