बॉम्बे कैंटिन के मालिक और जाने-माने शेफ फ्लॉयड कार्डोज की न्यूयॉर्क में कोरोनावायरस से मौत: सूत्र

जाने माने शेफ और बॉम्बे कैंटिन के सहसंस्थापक फ्लॉयड कार्डोज (Floyd Cardoz ) की कोरोनावायरस (Coronavirus) से मौत हो गई है.

बॉम्बे कैंटिन के मालिक और जाने-माने शेफ फ्लॉयड कार्डोज की न्यूयॉर्क में कोरोनावायरस से मौत: सूत्र

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

जाने माने शेफ और बॉम्बे कैंटिन के सहसंस्थापक फ्लॉयड कार्डोज (Floyd Cardoz ) की कोरोनावायरस (Coronavirus) से न्यूयॉर्क के ए अस्पताल में मौत हो गई. उनके परिवारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी है. सूत्रों ने बताया कि 59 वर्षीय फ्लॉयड कार्डोज कोविड-19 (Covid-19) से संक्रमित थे और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. बता दें कि कार्डोज मुंबई के पॉपुलर रेस्टोरेंट चेन 'बॉम्बे कैंटिन' और 'ओ पेड्रो' के सहमालिक थे. हाल ही में उन्होंने अपने तीसरे वेंचर 'बॉम्बे स्वीट' की शुरुआत की थी. मुंबई में पैदा हुए कार्डोज 8 मार्च तक यहीं थे और 18 मार्च को उन्होंने सोशल मीडिया के जरिये इसकी जानकारी दी थी कि बुखार होने के बाद उन्होंने खुद को न्यूयॉर्क के अस्पताल में भर्ती कराया है. 

भारत में कोरोना के मरीजों की संख्या 600 पार
देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या बुधवार को 606 हो गई, जबकि अब तक 10 लोगों की इससे मौत हो चुकी है. कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न हालात की समीक्षा के लिए स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन की अध्यक्षता में मंत्री समूह की आज बैठक हुई. बैठक के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कोरोना के 606 मामलों की पुष्टि हो चुकी है, इनमें से 553 का अभी विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि स्थिति को नियंत्रण में करने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच वायरस के परीक्षण और चिकित्सा सुविधाओं को व्यापक तौर पर प्रभावी बनाने के उपाय सुनिश्चित किये गये हैं.

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उन्होंने बताया कि इसके तहत चिकित्साकर्मियों के लिए एन-95 मास्क सहित अन्य जरूरी सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति को भी सुनिश्चित किया जा रहा है. साथ ही इस वायरस के संक्रमण के परीक्षण के लिए पूरे देश में 29 निजी प्रयोगशालाओं और 1600 सैंपल कलेक्शन केन्द्रों का भी पंजीकरण किया गया है. इस बीच, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) की देशभर में 118 प्रयोगशालायें काम कर रही हैं.

अधिकारी ने बताया कि चिकित्सा संबंधी सुरक्षा उपकरणों का आयात बाधित होने के कारण पिछले कुछ दिनों में इनकी कमी महसूस की गयी है, लेकिन सरकार इस कमी को दूर करने के लिये कारगर प्रयास कर रही है. उन्होंने लॉकडाउन को ही स्थिति को नियंत्रित करने का एकमात्र उपाय बताते हुए कहा कि गृह मंत्रालय द्वारा एक नियंत्रण कक्ष के माध्यम से लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित कराने की निरंतर निगरानी की जा रही है.