कोलकाता:
तृणमूल कांग्रेस को अपने 'तरीके सुधारने' या परिणाम भुगतने की अप्रत्यक्ष चेतावनी देते हुए भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को आश्चर्य जताया कि यदि उनकी पार्टी ने प्रदर्शन करना शुरू कर दिया तो क्या तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी और पार्टी के सांसद देश के अन्य हिस्सों और नई दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे.
प्रदेश में भाजपा मुख्यालय पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा कल किए गए हमले से नाराज विजयवर्गीय ने पार्टी कार्यालय पर हमले को लेकर 'आंखें मूंद लेने' के लिए शहर के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की आलोचना की. तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पत्थरों से भाजपा मुख्यालय पर हमला किया था.
उन्होंने सीबीआई से अनुरोध किया कि वह तृणमूल नेताओं के खिलाफ साक्ष्यों को समाप्त किए जाने में एसआईटी प्रमुख के रूप में राजीव कुमार की कथित भूमिका की जांच करे. एसआईटी का गठन राज्य सरकार ने किया था.
चिटफंट घोटालों में गिरफ्तारी को नोटबंदी का विरोध करने वाली तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ 'बदले की राजनीति' बताने वाले आरोपों का जवाब देते हुए विजयवर्गिय ने पार्टी को चेतावनी दी कि वह अपने तरीके बदल ले और भाजपा कार्यालयों और कार्यकर्ताओं पर हमले करना बंद कर दे अन्यथा पार्टी भी चुप नहीं बैठेगी.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, 'हम बंगाल में भले ही तृणमूल कांग्रेस जैसे मजबूत नहीं हैं. लेकिन पूरे देश में हम सबसे मजबूत राजनीतिक बल हैं. मैं सोच रहा हूं कि यदि दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने तय कर लिया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को शहर में प्रवेश नहीं करने देना है तो, क्या वे दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे?' उन्होंने कहा, 'उत्तर है, नहीं. यदि भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश भर में प्रदर्शन करने का फैसला कर लिया तो क्या ममता बनर्जी देश में स्वतंत्र तरीके से घूम सकेंगी? यदि तृणमूल अपने तरीके नहीं बदलता है तो, हम भी चुप नहीं बैठेंगे'. विजयवर्गीय भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी भी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रदेश में भाजपा मुख्यालय पर तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा कल किए गए हमले से नाराज विजयवर्गीय ने पार्टी कार्यालय पर हमले को लेकर 'आंखें मूंद लेने' के लिए शहर के पुलिस आयुक्त राजीव कुमार की आलोचना की. तृणमूल सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी कार्यकर्ताओं ने पत्थरों से भाजपा मुख्यालय पर हमला किया था.
उन्होंने सीबीआई से अनुरोध किया कि वह तृणमूल नेताओं के खिलाफ साक्ष्यों को समाप्त किए जाने में एसआईटी प्रमुख के रूप में राजीव कुमार की कथित भूमिका की जांच करे. एसआईटी का गठन राज्य सरकार ने किया था.
चिटफंट घोटालों में गिरफ्तारी को नोटबंदी का विरोध करने वाली तृणमूल कांग्रेस के खिलाफ 'बदले की राजनीति' बताने वाले आरोपों का जवाब देते हुए विजयवर्गिय ने पार्टी को चेतावनी दी कि वह अपने तरीके बदल ले और भाजपा कार्यालयों और कार्यकर्ताओं पर हमले करना बंद कर दे अन्यथा पार्टी भी चुप नहीं बैठेगी.
उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, 'हम बंगाल में भले ही तृणमूल कांग्रेस जैसे मजबूत नहीं हैं. लेकिन पूरे देश में हम सबसे मजबूत राजनीतिक बल हैं. मैं सोच रहा हूं कि यदि दिल्ली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने तय कर लिया कि तृणमूल कांग्रेस के सांसदों को शहर में प्रवेश नहीं करने देना है तो, क्या वे दिल्ली में प्रवेश कर सकेंगे?' उन्होंने कहा, 'उत्तर है, नहीं. यदि भाजपा कार्यकर्ताओं ने देश भर में प्रदर्शन करने का फैसला कर लिया तो क्या ममता बनर्जी देश में स्वतंत्र तरीके से घूम सकेंगी? यदि तृणमूल अपने तरीके नहीं बदलता है तो, हम भी चुप नहीं बैठेंगे'. विजयवर्गीय भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रभारी भी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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