फाइल फोटो
नई दिल्ली:
बीजेपी सांसदों के प्रदर्शन पर नजर रखने और उन्हें पार्टी के काम सौंपने के लिए सभी सांसदों से कांफ्रेंस कॉल शुरू की गई है। पार्टी के संगठन महामंत्री रामलाल ने शुक्रवार को पहली बार ये कांफ्रेंस कॉल की जिसमें पार्टी के लोक सभा के सारे सांसदों से चर्चा की गई और उन्हें निर्देश दिए गए।
सांसदों से संवाद के लिए तकनीक का प्रयोग बीजेपी ने पहली बार नहीं किया है। इससे पहले संसद सत्र के दौरान सांसदों को सूचनाएं देने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का प्रयोग किया जाता रहा है। मगर सभी सांसदों से दोतरफा संवाद के लिए कांफ्रेंस कॉल तकनीक का पहली बार प्रयोग किया गया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार संगठन महासचिव रामलाल ने सभी सांसदों से कहा कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये तय किया गया कि मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए हर पार्टी सांसद को अपने संसदीय क्षेत्रों में बूथ स्तर के कार्यक्रम करने होंगे।
सांसदों से कहा गया कि पिछले दो साल में मोदी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें उज्ज्वला, पीएम फ़सल बीमा योजना, पीएम जन सुरक्षा योजना, अटल पेंशन स्कीम, जन धन योजना, मुद्रा योजना जैसी तमाम योजनाएं शामिल हैं। इन्हें जनता तक पहुंचाने के लिए हर सप्ताह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करना चाहिए।
सभी सांसदों को पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित संगठनों के ज़रिए सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने को भी कहा गया है। इन कार्यक्रमों की हर महीने रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
ये टेलीकांफ्रेंस हर सप्ताह कम से कम दो बार होगी। इसी तरह की कांफ्रेंस बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ भी होगी। इलाहाबाद में यूपी के सभी सांसदों के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक की थी। इससे पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी प्रधानमंत्री सांसदों को समय समय पर सरकार के कार्यक्रम लोगों तक पहुंचाने की हिदायत देते रहे हैं। सरकार के दो साल पूरे होने पर एक महीने का विकास पर्व भी मनाया जा रहा है।
शुक्रवार की टेलीकांफ्रेंस में कुछ सांसदों ने पूछा कि अगर वो संसदीय समितियों की बैठकों में और दौरों में व्यस्त रहेंगे तो ये कार्यक्रम कैसे कर पाएंगे। इस पर रामलाल ने कहा कि सांसदों को ये कार्यक्रम इस तरह बनाने चाहिए जिससे दोनों में टकराव न हो।
पार्टी ने तय किया है कि रामलाल के अलावा पार्टी महासचिव राम माधव भी ये कांफ्रेंस कॉल करेंगे। कांफ्रेंस कॉल तकनीक दरअसल एक क़िस्म की बैठक है जो टेलीफ़ोन के माध्यम से होती है। इसमें हिस्सा लेने वाले लोग संचालक से सीधे बात कर सकते हैं।
सांसदों से संवाद के लिए तकनीक का प्रयोग बीजेपी ने पहली बार नहीं किया है। इससे पहले संसद सत्र के दौरान सांसदों को सूचनाएं देने के लिए व्हाट्सएप ग्रुप का प्रयोग किया जाता रहा है। मगर सभी सांसदों से दोतरफा संवाद के लिए कांफ्रेंस कॉल तकनीक का पहली बार प्रयोग किया गया।
पार्टी सूत्रों के अनुसार संगठन महासचिव रामलाल ने सभी सांसदों से कहा कि बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ये तय किया गया कि मोदी सरकार की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए हर पार्टी सांसद को अपने संसदीय क्षेत्रों में बूथ स्तर के कार्यक्रम करने होंगे।
सांसदों से कहा गया कि पिछले दो साल में मोदी सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं। इनमें उज्ज्वला, पीएम फ़सल बीमा योजना, पीएम जन सुरक्षा योजना, अटल पेंशन स्कीम, जन धन योजना, मुद्रा योजना जैसी तमाम योजनाएं शामिल हैं। इन्हें जनता तक पहुंचाने के लिए हर सप्ताह बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करना चाहिए।
सभी सांसदों को पार्टी की विचारधारा के प्रति समर्पित संगठनों के ज़रिए सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाने को भी कहा गया है। इन कार्यक्रमों की हर महीने रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
ये टेलीकांफ्रेंस हर सप्ताह कम से कम दो बार होगी। इसी तरह की कांफ्रेंस बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ भी होगी। इलाहाबाद में यूपी के सभी सांसदों के साथ पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक की थी। इससे पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी प्रधानमंत्री सांसदों को समय समय पर सरकार के कार्यक्रम लोगों तक पहुंचाने की हिदायत देते रहे हैं। सरकार के दो साल पूरे होने पर एक महीने का विकास पर्व भी मनाया जा रहा है।
शुक्रवार की टेलीकांफ्रेंस में कुछ सांसदों ने पूछा कि अगर वो संसदीय समितियों की बैठकों में और दौरों में व्यस्त रहेंगे तो ये कार्यक्रम कैसे कर पाएंगे। इस पर रामलाल ने कहा कि सांसदों को ये कार्यक्रम इस तरह बनाने चाहिए जिससे दोनों में टकराव न हो।
पार्टी ने तय किया है कि रामलाल के अलावा पार्टी महासचिव राम माधव भी ये कांफ्रेंस कॉल करेंगे। कांफ्रेंस कॉल तकनीक दरअसल एक क़िस्म की बैठक है जो टेलीफ़ोन के माध्यम से होती है। इसमें हिस्सा लेने वाले लोग संचालक से सीधे बात कर सकते हैं।
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