Lockdown: कोरोना वायरस (Coronavirus) के संक्रमण और लॉकडाउन के दौर में बिहार सरकार ने अब तक करीब दो हजार करोड़ रुपये विभिन्न मदों में राज्य के लोगों के खातों में पिछले तीन हफ्तों में जमा किए हैं. इसमें एक सबसे नई स्कीम के तहत राज्य के बाहर फंसे बिहारियों के खातों में खर्च के लिए एक-एक हजार रुपये ट्रांसफर किए गए हैं. बिहार सरकार का दावा है कि अब तब क़रीब सात लाख लोगों के खातों में यह राशि जमा की गई है. राज्य सरकार का दावा है कि जल्द ही करीब एक लाख और लोगों के खातों में यह राशि जमा कर दी जाएगी.
उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी के अनुसार लॉकडाउन के कारण अन्य राज्यों में रुके बिहारियों को आर्थिक मदद देने वाला बिहार देश का पहला राज्य है. अंडमान, सिक्किम से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात तक में रुके 6.67 लाख प्रवासी बिहारियों के खातों में आपदा राहत कोष से एक-एक हजार रुपये भेजा जा चुका है. सर्वाधिक दिल्ली में 1.30 लाख, हरियाणा में 95,999, महाराष्ट्र में 72,243, गुजरात में 61,944, पंजाब में 37,771, राजस्थान में 26,849, तमिलनाडु में 26,312, पश्चिम बंगाल में 25,181 व अंडमान निकोबार में 265 प्रवासी बिहारियों के खातों में राशि भेजी गई है. प्राप्त कुल आवेदन 13.26 लाख में से शेष बचे 6.59 लाख बिहारी प्रवासियों को भी शीघ्र राशि भेजी जा रही है.
सुशील मोदी ने कहा कि इसके अलावा 60 हजार से ज्यादा लोगों ने फोन कर बिहार सरकार से मदद मांगी है. ऐसे सभी लोगों से दुबारा सम्पर्क कर उन्हें एसएमएस भेजकर उनसे उनका बिहार में स्थित बैंक का खाता व आधार संख्या मांगी जा रही है. अन्य किसी को भी मदद की जरूरत है तो वे लिंक डाउनलोड कर आवेदन करें. बिहार सरकार यथासंभव मदद के लिए तत्पर है.
बिहार सरकार ने 84 लाख राशन कार्ड धारियों के खातों में कोरोना सहायता के तहत क़रीब 840 करोड़, एक एक हज़ार रुपए के हिसाब से दिए हैं. इसके अलावा पेंशन धारियों के खातों में तीन महीने की अग्रिम राशि, जो कि एक हज़ार करोड़ से अधिक हैं, ट्रांसफर कर दी है.
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