कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में जारी पंचायत चुनाव के चौथे चरण के मतदान के दौरान सोमवार को विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसा में सात लोगों की मौत हो गई तथा बड़ी संख्या में लोग घायल हुए, जिनमें चार बच्चे भी शामिल हैं।
पश्चिम बंगाल में सोमवार को हुआ पंचायत चुनाव का चौथा चरण बम विस्फोट, गोलीबारी तथा हिंसक झड़पों की कई घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित रहा। इसके अलावा चौथे चरण के पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर मतदान में धांधली के आरोप लग रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि रक्तपात की घटनाओं के बावजूद हालांकि लोगों ने मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, तथा मतदान के आधिकारिक समापन समय शाम पांच बजे तक औसतन 74.16 फीसदी मत पड़े।
मतदान प्रतिशत अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी चार जिलों- मुर्शिदाबाद, बीरभूम, मालदा और नदिया में मतदाता लाइनों में खड़े थे।
अधिकारी ने बताया कि चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मुर्शिदाबाद में तीन व्यक्तियों की, बीरभूम में दो व्यक्तियों की तथा नदिया और मालदा में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। चुनाव के दौरान सोमवार को कुल मृत व्यक्तियों में से दो व्यक्ति मतदाता थे तथा अन्य या तो राजनीतिक कार्यकर्ता या अपराधी।
मुर्शिदाबाद के दोमकोल पुलिस थाना के अंतर्गत दक्खिननगर गांव में एक घर के नजदीक फेंके गए बम विस्फोट की चपेट में आने से एक पांच वर्ष का बच्चा भी घायल हो गया। उसे मुर्शिदाबाद चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
इसके अलावा चार से सात वर्ष की अवस्था के बीच तीन अन्य बच्चे भी एक बम विस्फोट में घायल हो गए। मालदा जिले के कालीचक पुलिस थाने के तहत लालूटोला गांव में एक तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के घर के बरामदे में बच्चे खेल रहे थे कि वे फेंके गए बम विस्फोट की चपेट में आ गए। घायल बच्चों में एक की स्थिति गंभीर है।
परिवार वालों का आरोप है कि उनके घर पर बम फेंके गए, जबकि एक घायल बच्चे ने बताया कि वे खेल रहे थे और जब घर का दरवाजा खोला तो 'गेंद' जैसा कुछ दिखा, तभी उनमें विस्फोट हो गया।
मुर्शिदाबाद के रानीनगर में बम बनाते हुए दो व्यक्तियों की मौत हो गई। वहीं जिले के बेलदांगा पुलिस थाने के अंतर्गत काजीशाह गांव में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंकने के कारण मत देने के लिए कतार में खड़ी एक महिला की मौत हो गई।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो कार्यकर्ताओं का शव सोमवार सुबह बीरभूम जिले के मयूरेश्वर पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले एक खेत से बरामद हुआ। एक अन्य बुरी तरह घायल कार्यकर्ता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मालदा जिले के रतुआ में केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सीआरपीएफ ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली चलाई थी।
चौथे चरण के मतदान के दौरान सभी चार जिलों में विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसा में बम तथा दूसरे विस्फोटक एवं धारदार हथियारों के साथ हुए अनेक झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं।
मुर्शिदाबाद के पुलिस प्रमुख हुमायूं कबीर ने कहा कि दोमकोल तथा बेलदांगा में लोगों को आतंकित करने के लिए बम फेंके गए। कबीर ने आगे कहा, "हमने 100 के लगभग बम और बंदूकें बरामद की हैं। 100 से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।"
माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर नदिया और बीरभूम जिलों में मतदान में धांधली करने तथा बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाया है।
वाम मोर्चे के अध्यक्ष एवं माकपा के राज्य सचिव बिमान बोस ने कहा, "हमारे मतदान एजेंटों को बाहर कर दिया गया, अंधाधुंध बमबारी की गई, मतदाताओं को धमकाया गया और बूथ कैप्चरिंग की गई। ऐसा प्रतीत होता है कि मतदान के लिए तैनात किए गए राज्य प्रशासन की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान कराने की कोई मंशा नहीं है।"
पश्चिम बंगाल के चार जिलों में सोमवार को हुए पंचायत चुनाव के चौथे चरण में 1.10 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था, जिसके लिए 13,400 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
पांच चरणों में होने वाला यह पंचायत चुनाव 11 जुलाई को शुरू हुआ। 25 जुलाई को अंतिम चरण का मतदान होगा, मतों की गिनती 29 जुलाई को की जाएगी।
पश्चिम बंगाल में सोमवार को हुआ पंचायत चुनाव का चौथा चरण बम विस्फोट, गोलीबारी तथा हिंसक झड़पों की कई घटनाओं से बुरी तरह प्रभावित रहा। इसके अलावा चौथे चरण के पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर मतदान में धांधली के आरोप लग रहे हैं।
राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि रक्तपात की घटनाओं के बावजूद हालांकि लोगों ने मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, तथा मतदान के आधिकारिक समापन समय शाम पांच बजे तक औसतन 74.16 फीसदी मत पड़े।
मतदान प्रतिशत अभी और बढ़ सकता है, क्योंकि मतदान का समय समाप्त होने के बाद भी चार जिलों- मुर्शिदाबाद, बीरभूम, मालदा और नदिया में मतदाता लाइनों में खड़े थे।
अधिकारी ने बताया कि चुनाव के दौरान हुई हिंसा में मुर्शिदाबाद में तीन व्यक्तियों की, बीरभूम में दो व्यक्तियों की तथा नदिया और मालदा में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। चुनाव के दौरान सोमवार को कुल मृत व्यक्तियों में से दो व्यक्ति मतदाता थे तथा अन्य या तो राजनीतिक कार्यकर्ता या अपराधी।
मुर्शिदाबाद के दोमकोल पुलिस थाना के अंतर्गत दक्खिननगर गांव में एक घर के नजदीक फेंके गए बम विस्फोट की चपेट में आने से एक पांच वर्ष का बच्चा भी घायल हो गया। उसे मुर्शिदाबाद चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
इसके अलावा चार से सात वर्ष की अवस्था के बीच तीन अन्य बच्चे भी एक बम विस्फोट में घायल हो गए। मालदा जिले के कालीचक पुलिस थाने के तहत लालूटोला गांव में एक तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार के घर के बरामदे में बच्चे खेल रहे थे कि वे फेंके गए बम विस्फोट की चपेट में आ गए। घायल बच्चों में एक की स्थिति गंभीर है।
परिवार वालों का आरोप है कि उनके घर पर बम फेंके गए, जबकि एक घायल बच्चे ने बताया कि वे खेल रहे थे और जब घर का दरवाजा खोला तो 'गेंद' जैसा कुछ दिखा, तभी उनमें विस्फोट हो गया।
मुर्शिदाबाद के रानीनगर में बम बनाते हुए दो व्यक्तियों की मौत हो गई। वहीं जिले के बेलदांगा पुलिस थाने के अंतर्गत काजीशाह गांव में मतदान केंद्र के बाहर बम फेंकने के कारण मत देने के लिए कतार में खड़ी एक महिला की मौत हो गई।
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के दो कार्यकर्ताओं का शव सोमवार सुबह बीरभूम जिले के मयूरेश्वर पुलिस स्टेशन के तहत आने वाले एक खेत से बरामद हुआ। एक अन्य बुरी तरह घायल कार्यकर्ता को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मालदा जिले के रतुआ में केंद्रीय आरक्षी पुलिस बल (सीआरपीएफ) की ओर से हुई गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई। सीआरपीएफ ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली चलाई थी।
चौथे चरण के मतदान के दौरान सभी चार जिलों में विभिन्न स्थानों पर हुई हिंसा में बम तथा दूसरे विस्फोटक एवं धारदार हथियारों के साथ हुए अनेक झड़पों में कई लोग घायल हुए हैं।
मुर्शिदाबाद के पुलिस प्रमुख हुमायूं कबीर ने कहा कि दोमकोल तथा बेलदांगा में लोगों को आतंकित करने के लिए बम फेंके गए। कबीर ने आगे कहा, "हमने 100 के लगभग बम और बंदूकें बरामद की हैं। 100 से भी अधिक लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।"
माकपा के नेतृत्व वाले वाम मोर्चे ने सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस पर नदिया और बीरभूम जिलों में मतदान में धांधली करने तथा बूथ कैप्चर करने का आरोप लगाया है।
वाम मोर्चे के अध्यक्ष एवं माकपा के राज्य सचिव बिमान बोस ने कहा, "हमारे मतदान एजेंटों को बाहर कर दिया गया, अंधाधुंध बमबारी की गई, मतदाताओं को धमकाया गया और बूथ कैप्चरिंग की गई। ऐसा प्रतीत होता है कि मतदान के लिए तैनात किए गए राज्य प्रशासन की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र मतदान कराने की कोई मंशा नहीं है।"
पश्चिम बंगाल के चार जिलों में सोमवार को हुए पंचायत चुनाव के चौथे चरण में 1.10 करोड़ मतदाताओं को अपने मताधिकार का प्रयोग करना था, जिसके लिए 13,400 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
पांच चरणों में होने वाला यह पंचायत चुनाव 11 जुलाई को शुरू हुआ। 25 जुलाई को अंतिम चरण का मतदान होगा, मतों की गिनती 29 जुलाई को की जाएगी।
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