चंडीगढ़:
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के दोषी बलवंत सिंह राजोआना को दी जाने वाली फांसी की सजा के विरोध में आज बुलाए गए राज्यव्यापी बंद के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। संपूर्ण बंद की वजह से दुकानें और वाणिज्यिक प्रतिष्ठान बंद हैं जिनसे आम लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
राजोआना को दी जाने वाली फांसी के विरोध में कट्टरपंथी सिख संगठनों एवं अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से यह बंद बुलाया गया है। महिलाओं की ओर से भगवा रंग का दुपट्टा ओढ़े जाने, सिखों की ओर से भगवा रंग की पगड़ी बांधे जाने और घरों के साथ-साथ वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में भगवा झंडे फहराने से पूरा पंजाब भगवामय नजर आ रहा है।
दुकानें, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, दफ्तर और विभिन्न शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। राज्य के शैक्षणिक संस्थानों की ओर से आज तय परीक्षाएं टाल दी गई हैं। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर यातायात काफी कम देखा गया। ज्यादातर निजी और सरकारी बसें सड़कों से नदारद हैं। निषेधाज्ञा यानी पांच या इससे अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर लगी पाबंदी के बावजूद सिखों ने राजोआना के समर्थन में छोटे-छोटे जुलूस निकाले। राजोआना फिलहाल पटियाला के सेंट्रल जेल में बंद है।
राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस सिलसिले में राष्ट्रपति से मिलने दिल्ली आ सकते हैं। खुद बलवंत सिंह ने खत लिखकर अकाली दल से नारजगी जताई है उसका कहना है कि पार्टी मेरे नाम पर राजनीति कर रही है। बलवंत ने अपने खत में लिखा है कि मुझे मिल रहे पंथ के समर्थन से अकाली दल डर गया है।
राजोआना को दी जाने वाली फांसी के विरोध में कट्टरपंथी सिख संगठनों एवं अन्य सामाजिक संगठनों की ओर से यह बंद बुलाया गया है। महिलाओं की ओर से भगवा रंग का दुपट्टा ओढ़े जाने, सिखों की ओर से भगवा रंग की पगड़ी बांधे जाने और घरों के साथ-साथ वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में भगवा झंडे फहराने से पूरा पंजाब भगवामय नजर आ रहा है।
दुकानें, वाणिज्यिक प्रतिष्ठान, दफ्तर और विभिन्न शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। राज्य के शैक्षणिक संस्थानों की ओर से आज तय परीक्षाएं टाल दी गई हैं। राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों पर यातायात काफी कम देखा गया। ज्यादातर निजी और सरकारी बसें सड़कों से नदारद हैं। निषेधाज्ञा यानी पांच या इससे अधिक लोगों के एक साथ इकट्ठा होने पर लगी पाबंदी के बावजूद सिखों ने राजोआना के समर्थन में छोटे-छोटे जुलूस निकाले। राजोआना फिलहाल पटियाला के सेंट्रल जेल में बंद है।
राज्य के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल इस सिलसिले में राष्ट्रपति से मिलने दिल्ली आ सकते हैं। खुद बलवंत सिंह ने खत लिखकर अकाली दल से नारजगी जताई है उसका कहना है कि पार्टी मेरे नाम पर राजनीति कर रही है। बलवंत ने अपने खत में लिखा है कि मुझे मिल रहे पंथ के समर्थन से अकाली दल डर गया है।
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