'आर्यन खान केस के जांच अधिकारी का सर्विस रिकॉर्ड साफ-सुथरा' : 8 करोड़ की डील के आरोपों के बीच NCB

समीर वानखेड़े ने सोमवार सुबह क्रूज ड्रग्स मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में एक हलफनामा दायर किया.

'आर्यन खान केस के जांच अधिकारी का सर्विस रिकॉर्ड साफ-सुथरा' : 8 करोड़ की डील के आरोपों के बीच NCB

आर्यन 8 अक्टूबर से जेल में हैं. कोर्ट ने दो बार उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है.

मुंबई: आर्यन खान ड्रग्स मामले की जांच कर रहे एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर 8 करोड़ के भुगतान का आरोप और एनसीपी नेता नवाब मलिक द्वारा उन पर जन्म दस्तावेज से जुड़े जालसाजी के आरोप के बाद एनसीपी का बयान आया है. एजेंसी ने कहा कि समीर वानखेड़े का सर्विस रिकॉर्ड बिल्कुल साफ-सुथरा है.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. समीर वानखेड़े ने सोमवार सुबह क्रूज ड्रग्स मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत में एक हलफनामा दायर किया. हलफनामा (एक और जबरन वसूली के आरोपों पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो द्वारा दायर किया गया था) नवाब मलिक द्वारा एनसीबी अधिकारी के जन्म और लेखन से संबंधित एक दस्तावेज को ट्वीट करने और "यहां जालसाजी शुरू हुई'' के जवाब में था. 

  2. वानखेड़े ने कहा, "मेरे व्यक्तिगत दस्तावेजों का प्रकाशन मानहानि का मामला है और मेरे परिवार की निजता पर अनावश्यक हमला है. इसका मकसद मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है.' साथ ही कहा कि उनका परिवार बेहद मानसिक और भावनात्मक दबाव में है और वह खुद इन बेतुके बदनाम करने वाले आरोपों से परेशान हैं.

  3. अपने हलफनामे में उन्होंने लिखा कि मुझे निशाना बनाया जा रहा है. विशेष रूप से एक जाने-माने राजनीतिक व्यक्ति द्वारा ऐसा किया जा रहा है. ड्रग केस में उनके एक रिश्तेदार को गिरफ्तार किया गया था. तभी से अपने निजी स्वार्थ के लिए वह मुझे और मेरे परिवार के सदस्यों को निशाना बना रहे हैं. साथ ही मुझे गिरफ्तार कराने और नौकरी से निकलवाने की भी धमकी दी गई है.

  4. वानखेड़े ने मुंबई पुलिस को भी एक पत्र लिखकर खुद पर कानूनी कार्रवाई से सुरक्षा की मांग की है. इस पत्र को नवाब मलिक के उस बयान पर प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एक साल के भीतर वह (वानखेड़े) अपनी नौकरी खो देंगे.

  5. दूसरा हलफनामा एनसीबी ने वानखेड़े को 8 करोड़ के भुगतान के दावों के जवाब में दाखिला किया है. इस हलफनामे में एनसीबी ने वानखेड़े के साफ सुथरे सर्विस रिकॉर्ड का हवाला देते हुए उनका समर्थन किया है और कहा कि वह "ईमानदारी और सत्यनिष्ठा" वाले हैं. साथ ही कहा गया है कि भुगतान का दावा करने वाले गवाह प्रभाकर सेल अपने बयान से मुकर गए हैं. 

  6. प्रभाकर सेल ने दावा किया था कि उसने केपी गोसावी और शाहरुख खान की मैनेजर पूजा ददलानी और सैम डिसूजा के बीच एक बैठक के बारे में सुना था. जिसमें उन्होंने 18 करोड़ के सौदे की बात की थी. गोसावी इस मामले में एक अन्य गवाह है, जो आर्यन खान के साथ वायरल सेल्फी में नजर आ आए थे.

  7. सेल के वकील तुषार खंडारे ने कहा है कि उन्होंने पुलिस सुरक्षा मांगी थी, जो उन्हें मिल गई है. सहार पुलिस स्टेशन में हमारा बयान दर्ज किया गया है. हलफनामे और सभी सबूतों की एक कॉपी दे दी गई है. पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है.

  8. एनसीबी  सूत्रों का कहना है कि सेल ने एजेंसी की छवि खराब करने के लिए आरोप लगाए गए थे. फिर भी आरोपों की जांच की जाएगी. डिप्टी डायरेक्टर जनरल ज्ञानेश्वर सिंह उस जांच का नेतृत्व करेंगे. सूत्रों का कहना है कि ज्ञानेंश्वर सिंह और वानखेड़े मंगलवार को बातचीत करेंगे.

  9. ज्ञानेश्वर सिंह ने एनडीटीवी को बताया कि वह इस समय वानखेड़े को हटाने पर किसी तरह की कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते. उन्होंने कहा, "मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता. हमने अपनी जांच शुरू कर दी है. गवाहों से बात करेंगे." उन्होंने मंत्री मलिक द्वारा किए गए ट्वीट पर भी कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

  10. गौरतलब है कि आर्यन 8 अक्टूबर से जेल में हैं. कोर्ट ने दो बार उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है. तीसरी बार उनके वकीलों ने याचिका हाई कोर्ट में दायर की है. जिस पर बॉम्बे हाईकोर्ट कल सुनवाई करेगा. उनके वकीलों का कहना है कि आर्यन के पास कोई ड्रग्स नहीं पाया गया था और एनसीबी ने सिर्फ व्हाट्सऐप चैट के आधार पर पूरा मामला बनाया है.