Menopause in Hindi: रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज़ से मतलब उस स्थिति से है जब महिलाओं में मासिक धर्म बंद हो जाता है. मेनोपॉज (Menopause) आमतौर पर 45 से 55 साल की उम्र में होता है. अक्सर रजोनिवृत्ति या मेनोपॉज का पता पिछले मासिक धर्म या पीरियड के 12 महीने बाद चलता है. इस दौरान बुखार, योनि में सूखापन, नींद से जुड़ी परेशानी, डिप्रेशन भी हो सकते हैं. मेनोपॉज के बाद महिलाओं को हृदयाघात यानी हार्ट अटैक (Heart Attack) के खतरे बढ़ जाते हैं. ऐसे में हार्ट अटैक से बचने के लिए व्यायाम (Exercises to Keep Your Heart Healthy) करनी चाहिए और कम कैलोरी वाले आहार का सेवन करना चाहिए. हालिया एक शोध में बताया गया है कि व्यायाम और कम कैलोरी वाले आहार का सेवन करने से महिलाओं को रजोनिवृत्ति के बाद हृदयाघात और मधुमेह (टाइप-2) (Diabetes type 2) का खतरा कम हो सकता है. (Read- तो क्या पीरियड्स के दर्द से छुटकारा दिलाता है मीनोपॉज)
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शोध में पाया गया कि शारीरिक रूप से सक्रिय महिलाओं में सुस्त महिलाओं की तुलना में मेटाबॉलिक सिंड्रोम कम होता है. मेटाबॉलिक सिंड्रोम से उन शारीरिक कारकों का समूह है जिनसे हृदय-रोग, आघात और मधुमेह का खतरा बढ़ जाता है. मरीज में अत्यधिक चर्बी बढ़ने, अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा घटने और रक्त में चर्बी की मात्रा बढ़ने, उच्च रक्तचाप होने और उच्च रक्त शर्करा होने पर मेटाबॉलिक सिंड्रोम की पहचान की जाती है. (Read- भारत में हर 5वीं औरत को है यह बीमारी, जानें इससे बचने के उपाय)
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अमेरिका स्थित स्टैंडफोर्ड हेल्थ केयर की एसोसिएट प्रोफेसर एस. ली ने कहा, "पूर्व का अध्ययन रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं में हृदयवाहिनी के रोग और टाइप-2 मधुमेह पर केंद्रित रहा है. यह अध्ययन अनोखा है क्योंकि यह ऐसे रोगों की रोकथाम पर केंद्रित है." (Read- Placenta Previa: क्या है प्लेसेंटा प्रिविया, इसके लक्षण, बचाव और उपचार)
यह शोध जर्नल ऑफ क्लिनिकल एंडोक्राइनोलोजी एंड मेटाबॉलिज्म में प्रकाशित हुआ है. शोध में अधेड़ उम्र की 3,003 महिलाओं को शामिल किया गया.
ली ने कहा, "अध्ययन में पाया गया कि रजोनिवृत्ति के बाद व्यायाम और कम कैलोरी के आहार का सेवन करने से महिलाओं को मेटाबॉलिक सिंड्रोम की शिकायत से निजात मिल सकती है."
इनपुट- आईएएनएस
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