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उंगल‍ियों के काले पोर हो सकते हैं डायब‍िटीज के लक्षण, क्या दोनों हाथों में दाग का अलग-अलग मतलब होता है?

डार्क नक्लस की समस्या सिर्फ पिग्मेंटेशन तक सीमित नहीं है बल्कि कई बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकती है. डायबिटीज, विटामिन की कमी, या कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स (Side Effects) इसके संभावित कारण हो सकते हैं.

उंगल‍ियों के काले पोर हो सकते हैं डायब‍िटीज के लक्षण, क्या दोनों हाथों में दाग का अलग-अलग मतलब होता है?
क्या होते हैं डार्क नकल्स, क्यों होती है ये समस्या और क्या है इसका इलाज, जानें सबकुछ

Dark Knuckles: क्‍या आजकल आपके हाथों के पोर भी अचानक से काले होने लगे हैं और आपको लग रहा है क‍ि यह टेन‍िंग है, तो आपको सावधान होना चाहिए. यह डायबिटीज या प्रीडायबिटीज का लक्षण हो सकता है. एक्सपर्टस का मानना ​​है कि काले पोर और मधुमेह के बीच एक संबंध है. त्वचा का काला पड़ना मधुमेह की शुरुआत का संकेत हो सकता है. यानी ये डायबिटीज या प्रीडायबिटीज का लक्षण हो सकता है. 

कई लोगों को उंगलियों के जोड़ों यानी नकल्स (Knuckles) पर डार्कनेस (Darkness) की समस्या होती है, खासकर उन लोगों में जिनकी स्किन टोन (Skin Tone) डार्क होती है. यह समस्या सिर्फ पिग्मेंटेशन (Pigmentation) तक सीमित नहीं है बल्कि कई बार गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत भी हो सकती है. डायबिटीज, विटामिन की कमी, या कुछ दवाइयों के साइड इफेक्ट्स (Side Effects) इसके संभावित कारण हो सकते हैं.

डायबिटीज़ से जुड़ी कुछ और त्वचा संबंधी समस्याएं: 

शिन स्पॉट: मधुमेह वाले लोगों में त्वचा पर लाल या भूरे रंग के गोल पैच या रेखाएं हो सकती हैं. इन्‍हें शिन स्पॉट कहा जाता है. ये क‍िसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते. इनसे दर्द, खुजली, या खुलापन नहीं होता. 
खुजली: मधुमेह से जुड़ी खुजली कई वजहों से हो सकती है, जैसे कि सूखी त्वचा, खराब रक्त प्रवाह, या यीस्ट संक्रमण. 
दाने: हाइपरग्लाइसेमिया (उच्च रक्त शर्करा) या प्रीडायबिटीज़ का संकेत समझने के ल‍िए देखें क‍ि त्‍वचा पर हल्‍के दाने हो सकते हैं. 
छाले: मधुमेह से पीड़ित लोगों को छाले हो सकते हैं. इन्‍हें बुलोसिस डायबिटिकोरम कहते हैं. ये छाले आमतौर पर तीन हफ़्तों में ठीक हो जाते हैं और निशान नहीं छोड़ते.

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क्या होते हैं डार्क नकल्स, क्यों होती है ये समस्या

क्‍यों हो जाते हैं पोर काले

काले पोर किसी मेटाबॉलिक स्थिति, दवा के साइड इफ़ेक्ट या किसी अन्य स्थिति का संकेत हो सकते हैं. त्वचा पर काले धब्बे हाइपरपिग्मेंटेशन के कारण हो सकते हैं, जो तब होता है जब त्वचा सामान्य से ज़्यादा मेलेनिन बनाती है, जो त्वचा को उसका रंग देने वाला पिगमेंट है. इसके अलावा भी और दूसरे कई कारण हो सकते हैं, जिनकी वजह से पोर काले हो जाते हैं. ये एक अनुवांशिक कारण हो सकता है, किसी दवा का रिएक्शन हो सकता है, किसी ओरल कंट्रासेप्टिव का रिएक्शन हो सकता है या फिर इसके पीछे हो सकता है डायबिटीज भी. 

एक्सपर्टस का मानना ​​है कि काले पोर और मधुमेह के बीच एक संबंध है. त्वचा का काला पड़ना मधुमेह की शुरुआत का संकेत हो सकता है. यानी ये डायबिटीज या प्रीडायबिटीज का लक्षण हो सकता है.

काले पोर की इस समस्‍या को अकंथोसिस नाइग्रिकन्स (Acanthosis Nigricans) कहा जाता है. यह एक कंडीशन (Condition) है, जिसमें स्किन का रंग गहरा और मोटा हो जाता है, खासकर नकल्स और अन्य जोड़ों पर. यह अक्सर ओवरवेट लोगों, इंसुलिन रेसिस्टेंट लोगों और कुछ विशेष जातीय समूहों जैसे अफ्रीकन-अमेरिकन, नेटिव अमेरिकन और हिस्पैनिक लोगों में देखा जाता है. यह समस्या डायबिटीज का भी संकेत हो सकती है.

प्रीडायबिटीज और डायबिटीज : जिन लोगों में डायबिटीज की संभावना ज्यादा होती है, उनमें भी यह समस्या देखने को मिल सकती है. प्रीडायबिटीज की स्थिति में अक्सर कोई लक्षण नहीं होता, इसलिए नकल्स पर डार्कनेस एक शुरुआती संकेत हो सकता है.

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डार्क नकल्स कई कारणों से हो सकते हैं.आइए कुछ प्रमुख कारणों पर नज़र डालते हैं :

विटामिन B-12 की कमी (Vitamin B-12 Deficiency): कई बार यह डार्कनेस विटामिन B-12 की कमी से भी हो सकती है. यह खासतौर से उन लोगों में दिखती है जिनमें B-12 की कमी होती है. अगर इसका सही समय पर इलाज किया जाए तो नकल्स का रंग सामान्य हो सकता है.

दवाइयों का असर (Drug Side Effects):  कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट भी डार्क नकल्स के रूप में नजर आता है. इनमें ओरल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स (Oral Contraceptive Pills), ग्रोथ हॉर्मोन थेरेपी (Growth Hormone Therapy), इंसुलिन इंजेक्शन (Insulin Injections), और कुछ स्टेरॉयड (Steroids) शामिल हैं.

अन्य स्वास्थ्य स्थितियां :

कुछ रेयर कंडीशंस जैसे एडिसन डिजीज (Addison's Disease), स्क्लेरोडर्मा (Scleroderma), डर्माटोमायोसाइटिस (Dermatomyositis), और ऑटोइम्यून डिसऑर्डर्स (Autoimmune Disorders) में भी डार्क नकल्स हो सकते हैं. इन बीमारियों में त्वचा के रंग में बदलाव के अलावा थकान, मांसपेशियों की कमजोरी जैसे लक्षण भी होते हैं.

क्या दोनों हाथों में दाग का अलग-अलग मतलब होता है?

कई बार यह अनुवांशिक हो सकता है. या यह क‍िसी दवा के कारण भी हो सकता है. जैसे कि मौखिक गर्भनिरोधक, एक मजबूत कॉर्टिकोस्टेरॉइड या नियासिन की प्रतिक्रिया हो सकती है.  ऐसे में यह एक हाथ पर या कुछ उंगल‍ियों पर हो सकता है. यानी ये कुछ दवाओं या त्वचा देखभाल उत्पादों के साइड इफ़ेक्ट के कारण भी हो सकते हैं. 

इसके अलावा, ये मेटाबॉलिक डिसऑर्डर या किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या की उपस्थिति का भी संकेत दे सकते हैं, जिसका अगर जल्दी निदान हो जाए तो आसानी से इलाज किया जा सकता है.

कई बार कुछ कॉस्‍मेट‍िक प्रोडक्ट्स के साइड इफेक्‍ट्स के चलते भी यह हो सकता है.

ट्रीटमेंट्स और घरेलू उपाय

अगर डार्क नकल्स किसी मेडिकल कंडीशन का संकेत हैं, तो पहले उस कंडीशन का इलाज करना आवश्यक है। इसके अलावा, आप कुछ घरेलू उपाय और OTC (Over-the-Counter) प्रोडक्ट्स से भी इस समस्या को कम कर सकते हैं:

होम रेमेडीज : बेकिंग सोडा और पानी का पेस्ट बनाकर इसे 15-20 मिनट तक नकल्स पर लगाएं. नींबू का रस भी रोजाना लगाया जा सकता है.

ओवर-द-काउंटर प्रोडक्ट्स: Soy, Niacinamide (Vitamin B-3), और Ellagic acid युक्त प्रोडक्ट्स स्किन लाइटनिंग में सहायक हो सकते हैं. इन प्रोडक्ट्स को इस्तेमाल करने से स्किन पर पिगमेंटेशन (Pigmentation) कम हो सकता है।

प्रेस्क्रिप्शन ट्रीटमेंट्स (Prescription Treatments):

अगर घरेलू नुस्खे और OTC प्रोडक्ट्स असर न दिखाएं, तो डॉक्टर टॉपिकल रेटिनोइड्स (Topical Retinoids), विटामिन D बेस्ड ट्रीटमेंट्स (Vitamin D-based Treatments) या अन्य प्रेस्क्रिप्शन ट्रीटमेंट्स सजेस्ट कर सकते हैं। कुछ नई दवाइयों में SMA-432 और 4-n-butylresorcinol शामिल हैं, जो पिगमेंटेशन को कम करने में मददगार मानी जा रही हैं.

कब डॉक्टर से मिलना चाहिए?

अगर आपके नकल्स पर अचानक डार्कनेस आ जाती है और इसके साथ कमजोरी, चक्कर, या थकान जैसे लक्षण हैं, तो डॉक्टर से कंसल्ट करना जरूरी है. यह किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या का संकेत हो सकता है.

डार्क नकल्स (Dark Knuckles) एक सामान्य समस्या हो सकती है, लेकिन अगर यह किसी मेडिकल कंडीशन का लक्षण है, तो इसे नजरअंदाज करना सही नहीं है. घर पर देखभाल के साथ-साथ जरूरत पड़ने पर डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करें. 

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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