
5 सितंबर को पूरा देश शिक्षक दिवस (Teacher's Day 2019) मनाता है. इस दिन हम सभी शिक्षक के प्रति अपना सम्मान जताते हैं. हर साल की 5 सितंबर को देश शिक्षक दिवस (Happy Teachers Day) मनाता है. इस दिन ज्यादातर स्कूलों में छात्र एक अपने शिक्षक के रूप में जीते हैं और अपने टीचर्स को गिफ्ट्स देते हैं. अब हम आपको बताते हैं कि क्यों इसी दिन टीचर्स डे मनाया जाता है. तो यह देश के पहले उप-राष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Sarvepalli Radhakrishnan) के जन्मदिन को मनाने का एक सम्मानजक तरीका है. उनका जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था.
Finds IIT-Bombay: नमक नहीं प्लास्टिक खा रहे हैं आप, बड़ी कंपनियों का नमक भी शुद्ध नहीं...
20, 30, 40 या इससे ज्यादा उम्र की महिलाएं इन 6 फलों को न करें इग्नोर...
राधाकृष्णन के बारे में और जानकारी ( Know more about Sarvepalli Radhakrishnan)
1. डॉ राधाकृष्णन का जन्म तमिलनाडु के तिरूतनी गांव में हुआ था. दरअसल, राधाकृष्णन के पुरखे पहले 'सर्वपल्ली' नाम के गांव में रहते थे. वे चाहते थे कि उनके गांव का नाम उनसे जुड़ा रहना चाहिए. इसलिए उनके माता-पिता ने नाम के आगे 'सर्वपल्ली' लगाना शुरू कर दिया था.
2. राधाकृष्णन भारतीय संस्कृति के संवाहक, प्रख्यात शिक्षाविद और महान दार्शनिक थे.
3. देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को सीखने का बहुत शौक था. वे बचपन से ही किताबों के शौकीन थे.
4. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन स्वामी विवेकानंद और वीर सावरकर से वह काफी प्रभावित थे.
5. साल 1954 में उन्हें सबसे बड़े नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया.
6. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने 40 सालों तक शिक्षक के रूप में कार्य किया था.
7. भारत रत्न के अलावा डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन को नाइट बैचलर, ऑर्डर ऑफ मेरिट और टेम्पलटन समेत कई सम्मान दिए गए.
8. डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन भारत के पहले उपराष्ट्रपति रहे. साल 1952 से 1962 के बीच उन्होंने उपराष्ट्रपति के पद पर देश की सेवा की.
9- 1962 में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने बतौर राष्ट्रपति पद ग्रहण किया और 1967 तक वह राष्ट्रपति पद पर रहे.
10- 1975 में 17 अप्रैल को चेन्नई में उनका निधन हो गया.
और खबरों के लिए क्लिक करें.
ये भी पढ़ें:
Food Care: बांझपन का खतरा बढ़ा देती है शरीर में आयोडीन की कमी, जानें कैसे बचें
रोज सुबह भूखे रह जाते हैं चीन के एक-तिहाई लोग, क्या है इसकी वजह...
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं