Ganesh Chaturthi 2022: कब है गणेश चतुर्थी, क्या है उसका महत्व और इन पांच चीजों का लगाएं भोग

भारत में त्योहारों का भव्य सीजन शुरू हो चुका है. रक्षाबंधन और जन्माष्टमी को बहुत धूमधाम से मनाने के बाद, अब हम गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाने के लिए उत्सुक हैं.

Ganesh Chaturthi 2022: कब है गणेश चतुर्थी, क्या है उसका महत्व और इन पांच चीजों का लगाएं भोग

खास बातें

  • गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाने के लिए उत्सुक हैं.
  • गणेश चतुर्थी का त्योहार आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में आता है.
  • इस बार यह 31 अगस्त, 2022 को मनाया जाएगा.

भारत में त्योहारों का भव्य सीजन शुरू हो चुका है. रक्षाबंधन और जन्माष्टमी को बहुत धूमधाम से मनाने के बाद, अब हम गणेश चतुर्थी का उत्सव मनाने के लिए उत्सुक हैं. यह त्योहार भगवान शिव और देवी पार्वती के पुत्र भगवान गणेश की जयंती का प्रतीक है. किंवदंतियों के अनुसार, भगवान गणेश का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष के दौरान हुआ था. गणेश चतुर्थी का त्योहार आमतौर पर अगस्त या सितंबर के महीने में आता है, और इस बार यह 31 अगस्त, 2022 को मनाया जाएगा. गणेश चतुर्थी या गणेशोत्सव 10 दिनों तक चलने वाला त्योहार है जो अनंत चतुर्दशी को समाप्त होता है. अंतिम दिन लोकप्रिय रूप से गणेश विसर्जन दिवस के रूप में मनाया जाता है.

घर पर नान बनाते वक्त याद रखें ये पांच खास टिप्स

गणेश चतुर्थी 2022ः महत्वपूर्ण तिथियां और पूजा का समयः

गणेश चतुर्थी तिथिः बुधवार, 31 अगस्तए 2022

मध्याह्न गणेश पूजा मुहूर्त . सुबह 11ः 05 बजे से दोपहर 01ः 38 बजे तक

अवधि . 02 घंटे 33 मिनट

गणेश विसर्जन तिथिः शुक्रवार 9 सितंबर, 2022

चंद्र दर्शन से बचने का समयः 30 अगस्त . 03ः33 अपराह्न से 08ः 40 अपराह्न, अगस्त 30

अवधि . 05 घंटे 07 मिनट

चांद दिखने से बचने का समय: 31 अगस्तः 09ः 26 बजे से 09ः11 बजे

अवधि: 11 घंटे 44 मिनट

चतुर्थी तिथि प्रारंभ 30 अगस्त 2022 को अपराह्न 03ः 33

चतुर्थी तिथि समाप्त 31 अगस्त, 2022 को अपराह्न 035ः 22

स्रोत (द्रिकपंचाग डॉटकॉम)

गणेश चतुर्थी 2022: इतिहास, महत्व और अनुष्ठान

भक्त इस दिन समृद्धि और अच्छे भविष्य के लिए भगवान गणेश की पूजा करते हैं. किंवदंतियों के अनुसार, गणेश चतुर्थी भगवान गणेश के पुनर्जन्म का प्रतीक है. इसलिए गणेश चतुर्थी ‘नई शुरुआत' का भी प्रतीक है.

ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न के दौरान दिन के मध्य में हुआ था. इसलिए मध्याह्न को गणेश पूजा के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है, जिसे षोडशोपचार गणपति पूजा भी कहा जाता है. गणेश स्थापना के लिए भगवान गणेश की मूर्तियों को घर लाया जाता है और 10 दिनों तक हर दिन पूजा और भोग लगाया जाता है. अनंत चतुर्दशी पर, भक्त भगवान गणेश की मूर्तियों को पानी में विसर्जित करते हैं.

2c2ubjbo

गणेश चतुर्थी 2022 पर भोग के लिए बनाएं ये पांच रेसिपीज

मोदक गणेश चतुर्थी भोग बनाने के लिए सबसे लोकप्रिय मिठाई है, लेकिन इसके अलावा भी कई और खाद्य पदार्थ हैं जिन्हें आप प्रसाद के लिए और अपने परिवार और दोस्तों के लिए दावत के लिए तैयार कर सकते हैं. इन्हें यहां देखेंः

1 मोदक

स्टीम मोदक से लेकर चॉकलेट मोदक और यहां तक कि फ्राइड मोदक तक, आप इस मीठे डम्पलिंग को विभिन्न रूपों में आज़मा सकते हैं. यहां कुछ मोदक रेसिपी दी गई हैं जिन्हें आप ट्राई करें.

2 केला शीरा

यह डिजर्ट एक और लोकप्रिय प्रसाद है जो त्योहार के दौरान भगवान गणेश के लिए भोग के लिए बनाया जाता है. मैश किए हुए केले के साथ सूजी और चीनी का एक सिम्पल कॉम्बिनेशन है. यह भोग रेसिपी आपके पूरे परिवार को भी बेहद पसंद आएगी.

3 मोतीचूर के लड्डू

ऐसा माना जाता है कि भगवान गणेश को मोतीचूर के लड्डू बहुत पसंद थे और यह विश्वास हमें उत्सव के लिए घर पर बनाने के लिए पर्याप्त है. यहां मोतीचूर के लड्डू की एक आसान रेसिपी है.

4 सतोरी

गणेश चतुर्थी पूरे देश में मनाई जाती है, महाराष्ट्र में लोग इस अवसर पर पंडाल और गणेश जी की यात्रा भी निकालते हैं. तो मावा, घी, बेसन और दूध से बनी सतोरी की यह महाराष्ट्रीयन डिश जरूर ट्राई करें.

5 मेदु वड़ा

दक्षिण भारतीय में बहुत से लोग भगवान गणेश को मेदु वड़ा का अपना सिग्नेचर डिश के रूप में चढ़ाते हैं. ये स्पंजी तले हुए वड़े जाहिर तौर पर सभी को पसंद आते हैं.

इन व्यंजनों के साथ गणेश चतुर्थी 2022 को खास बनाएं.

गणेश चतुर्थी 2022 की शुभकामनाएं!

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

Weekend Special: घर पर कैसे मिनटो में बनाएं स्वादिष्ट शेजवान नूडल्स- Video Inside