
Ganesh Chaturthi 2017: महाराष्ट्र और कर्नाटक में गणेश चतुर्थी की अलग ही रौनक देखने को मिलती है.
- भारत में गणेश चतुर्थी का त्योहार बेहद ही जोश के साथ मनाया जाता है.
- पहले दिन बप्पा को खुश करने के लिए उनके भक्त मोदक का भोग लगाते हैं.
- 25 अगस्त से शुरू हुआ यह पर्व 5 सितंबर तक चलेगा.
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भारत में गणेश चतुर्थी का त्योहार बेहद ही जोश के साथ मनाया जाने वाला पर्व है लेकिन महाराष्ट्र और कर्नाटक में इस पर्व की अलग ही रौनक देखने को मिलती है. 25 अगस्त से शुरू हुआ यह पर्व 5 सितंबर तक चलेगा. घरों के अलावा कई जगह पंडालों में भी बप्पा की मूर्ति की स्थापना की जाती है. वहीं इन दिनों मिठाई की दुकानों में भी अलग-अलग प्रकार के मोदक और लड्डू दिखाई देते हैं. गणेश चतुर्थी के दौरान भगवान गणेश के भक्त 10 दिनों तक उन्हें प्रसन्न करने के लिए फल-फूल, प्रसाद और भिन्न-भिन्न प्रकार का भोग लगाते हैं. प्रतिदिन भगवान गणेश के भक्त उनके मनपसंद पकवान बनाकर उनको भोग लगाते है ताकि ईस्त्रर की विशेष कृपा उन पर हमेशा बनी रही. तो चलिए एक नजर डालते हैं ऐसे ही कुछ खास व्यंजनों पर जिन्हें आप भी भगवान गणपति को भोग लगा सकते हैं.
मोदक
यह बात सभी जानते हैं कि भगवान गणपति को मोदक कितने प्रिय हैं और इसी वजह से उन्हें मोदकप्रिय भी कहा जाता है. गणेश चतुर्थी के पहले दिन बप्पा को खुश करने के लिए उनके भक्त मोदक का भोग लगाते हैं. आजकल मोदक में भी स्टीम्ड मोदक, ड्राई फ्रूट मोदक, चॉकलेट मोदक और फ्राइड मोदक मिलते हैं जिनका भोग भगवान को लगाया जा सकता है.

सातोरी
यह एक महाराष्ट्रीयन मीठी ब्रेड है जिसे त्योहार के मौके पर खासतौर पर बनाया जाता है। यह खोया, घी, बेसन और दूध से तैयार की जाती है.

पूरन पोली
महाराष्ट्र में अक्सर खास मौके और त्योहारों पर पूरन पोली बनाई जाती है. कई महाराष्ट्रीयन घरों में भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए लोग 10 दिनों तक पूरन पोली का भोग लगाते हैं. इसी के साथ भोग में मोदक और नारियल के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं, मगर पूरन पोली भगवान गणेश को लगाए जाने वाले भोग में सबसे खास है. पूरन पोली को मैदे से तैयार किया जाता है जिसमें मीठी दाल और गुड़ भरा जाता है.
मोतीचूर लड्डू
मोदक के अलावा भगवान गणेश को लड्डू भी काफी पसंद थे. इस दौरान भगवान गणेश को भोग में मोतीचूर के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं. लड्डू मुंह में जाते ही घुल जाते हैं, आप चाहे तो बप्पा को नारियल के लड्डू, तिल के लड्डू और आटे के लड्डू का भी भोग लगा सकते हैं.

कोकोनट राइस
आमतौर पर दक्षिण भारत में भगवान को कोकोनट राइस भोग में चढ़ाए जाते हैं.कोकोनट राइस बनाने के लिए चावलों को नारियल के दूध में भिगोकर रखा जाता है और उसके बाद उन्हें कोकोनट फ्लेक्स के साथ पकाया जाता है. तो इस गणेश चतुर्थी आप भी भगवान गणेश को कोकोनट राइस बनाकर भोग लगा सकते हैं.

श्रीखंड
श्रीखंड प्रसिद्ध भारतीय स्वीट डिश है जिसे दही से तैयार किया जाता है, यह महाराष्ट्र और गुजरात में काफी प्रसिद्ध है. इसके ऊपर ड्राई फ्रूट्स और किशमिश होते हैं. इस गणेश चतुर्थी बप्पा को इस श्रीखंड का भोग लगाकर प्रसन्न करें.

केले का शीरा
केले का शीरा बनाने में काफी आसान है, जिसे आमतौर पर भगवान गणेश को भोग लगाया जाता है. केले को मैश किया जाता है जिसमें सूजी और चीनी मिलाकर तैयार किया जाता है, यह दिखने में सूजी के हलवे जैसा होता है.
रवा पोंगल
रवा पोंगल घी से तैयार किया जाता है यह दक्षिण भारत का फेवरेट नाश्ता है. यह सूजी और मूंग दाल से तैयार किया जाता है. इसके ऊपर कुछ मसाले डाले जाते हैं जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है.

मेदू वड़ा
मेदू वड़ा एक पारंपरिक साउथ इंडियन डिश है जो दक्षिण भारत में आमतौर पर लोगों के घरों में बनाई जाती है. गणेश चतुर्थी के मौके पर वहां के लोग भगवान को यह स्वादिष्ट वड़ा भोग लगाते हैं.

पयासम
पयासम एक पारंपरिक साउथ इंडियन खीर है. चावलों को दूध के साथ पकाया जाता है, इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें गुड़, नारियल और इलाइची डाली जाती है. आप चाहे तो एक्सपेरिमेंट के तौर पर पाइनएप्पल पयासम और गाजर पयासम भी बना सकते हैं.
मोदक
यह बात सभी जानते हैं कि भगवान गणपति को मोदक कितने प्रिय हैं और इसी वजह से उन्हें मोदकप्रिय भी कहा जाता है. गणेश चतुर्थी के पहले दिन बप्पा को खुश करने के लिए उनके भक्त मोदक का भोग लगाते हैं. आजकल मोदक में भी स्टीम्ड मोदक, ड्राई फ्रूट मोदक, चॉकलेट मोदक और फ्राइड मोदक मिलते हैं जिनका भोग भगवान को लगाया जा सकता है.

सातोरी
यह एक महाराष्ट्रीयन मीठी ब्रेड है जिसे त्योहार के मौके पर खासतौर पर बनाया जाता है। यह खोया, घी, बेसन और दूध से तैयार की जाती है.

पूरन पोली
महाराष्ट्र में अक्सर खास मौके और त्योहारों पर पूरन पोली बनाई जाती है. कई महाराष्ट्रीयन घरों में भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने के लिए लोग 10 दिनों तक पूरन पोली का भोग लगाते हैं. इसी के साथ भोग में मोदक और नारियल के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं, मगर पूरन पोली भगवान गणेश को लगाए जाने वाले भोग में सबसे खास है. पूरन पोली को मैदे से तैयार किया जाता है जिसमें मीठी दाल और गुड़ भरा जाता है.
मोतीचूर लड्डू
मोदक के अलावा भगवान गणेश को लड्डू भी काफी पसंद थे. इस दौरान भगवान गणेश को भोग में मोतीचूर के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं. लड्डू मुंह में जाते ही घुल जाते हैं, आप चाहे तो बप्पा को नारियल के लड्डू, तिल के लड्डू और आटे के लड्डू का भी भोग लगा सकते हैं.

कोकोनट राइस
आमतौर पर दक्षिण भारत में भगवान को कोकोनट राइस भोग में चढ़ाए जाते हैं.कोकोनट राइस बनाने के लिए चावलों को नारियल के दूध में भिगोकर रखा जाता है और उसके बाद उन्हें कोकोनट फ्लेक्स के साथ पकाया जाता है. तो इस गणेश चतुर्थी आप भी भगवान गणेश को कोकोनट राइस बनाकर भोग लगा सकते हैं.

श्रीखंड
श्रीखंड प्रसिद्ध भारतीय स्वीट डिश है जिसे दही से तैयार किया जाता है, यह महाराष्ट्र और गुजरात में काफी प्रसिद्ध है. इसके ऊपर ड्राई फ्रूट्स और किशमिश होते हैं. इस गणेश चतुर्थी बप्पा को इस श्रीखंड का भोग लगाकर प्रसन्न करें.

केले का शीरा
केले का शीरा बनाने में काफी आसान है, जिसे आमतौर पर भगवान गणेश को भोग लगाया जाता है. केले को मैश किया जाता है जिसमें सूजी और चीनी मिलाकर तैयार किया जाता है, यह दिखने में सूजी के हलवे जैसा होता है.
रवा पोंगल
रवा पोंगल घी से तैयार किया जाता है यह दक्षिण भारत का फेवरेट नाश्ता है. यह सूजी और मूंग दाल से तैयार किया जाता है. इसके ऊपर कुछ मसाले डाले जाते हैं जिससे इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है.

मेदू वड़ा
मेदू वड़ा एक पारंपरिक साउथ इंडियन डिश है जो दक्षिण भारत में आमतौर पर लोगों के घरों में बनाई जाती है. गणेश चतुर्थी के मौके पर वहां के लोग भगवान को यह स्वादिष्ट वड़ा भोग लगाते हैं.

पयासम
पयासम एक पारंपरिक साउथ इंडियन खीर है. चावलों को दूध के साथ पकाया जाता है, इसका स्वाद बढ़ाने के लिए इसमें गुड़, नारियल और इलाइची डाली जाती है. आप चाहे तो एक्सपेरिमेंट के तौर पर पाइनएप्पल पयासम और गाजर पयासम भी बना सकते हैं.

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