
गुजरात में बाढ़ के प्रकोप के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य के लिए 500 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत की घोषणा की है. मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों का सर्वेक्षण करने के बाद पीएम मोदी ने कहा कि राहत एवं बचाव अभियानों के लिए वायुसेना के 10 और हेलीकॉप्टरों को सेवा में लगाया जाएगा. राज्य में बाढ़ की वजह से 70 से ज़्यादा लोगों की मौत हो गई है. कई ज़िलों के रिहायशी इलाकों में पानी भरा हुआ है.
पीएम मोदी ने स्थिति का जायजा लेने के बाद कहा कि केंद्र सरकार राज्य को 500 करोड़ रुपये की तत्काल मदद मुहैया कराएगी और एक विस्तृत सर्वेक्षण के पूरा होने के बाद जो भी जरूरी होगा, सहायता मुहैया कराई जाएगी.
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुए किसानों की मदद के लिए हरसंभव उपाय किए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने बाढ़ के कारण मारे गए लोगों के परिजनों को तत्काल राहत मुहैया कराई है, उन्हें प्रधानमंत्री राहत कोष से भी दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि उपलब्ध कराई जाएगी.
घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे जो राज्य सरकार से मिलने वाली मदद के अतिरिक्त होगी.
केंद्र सरकार शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में संपत्ति एवं फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए जल्द से जल्द टीमें भेजेगी.
बनासकांठा एवं पाटन जिलों में राहत तथा बचाव अभियान के लिए सेना, वायुसेना और एनडीआरएफ को भेजा गया है.
मंगलवार शाम अहमदाबाद पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने हवाई अड्डे पर एक घंटे तक बैठक की, जिसमें मुख्यमंत्री रूपाणी, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. इसमें पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल भी शामिल हुईं.
बाद में पीएम मोदी ने रूपाणी के साथ बाढ़ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात कर उन्हें बाढ़ की स्थिति से वाकिफ कराया था.
बनासकांठा जिले में मंगलवार सुबह कम से कम 400 लोगों को बचाया गया. पिछले तीन दिनों से जारी बारिश की वजह से उत्तरी गुजरात के कई इलाकों में बड़ी संख्या में लोग बाढ़ में फंसे हुए हैं.
सैकड़ों लोग अब भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जाने का इंतजार कर रहे हैं.
VIDEO : गुजरात में बाढ़ का कहर