Magh Purnima 2019: आज पूरे भारत में माघ पूर्णिमा (Maghi Purnima) धूमधाम से मनाई जा रही है, खासकर प्रयागराज में इस पूर्णिमा के दिन त्रिवेणी संगम में स्नान करते हैं. मान्यता है कि माघ महीने में सभी देवता पृथ्वी पर आते हैं. इस बार कुंभ (Kumbh Mela) के चलते यह माघ पूर्णिमा और भी खास हो गई है. कुंभ मेले (Kumbh Mela) में गंगा, यमुना और सतलुज नदी में डुबकी लगाने आए भक्त माघी पूर्णिमा के दिन शाही स्नान (Shahi Snan) का आनंद ले रहे हैं. माघ पूर्णिमा के दिन कुंभ का 5 वां शाही स्नान हो रहा है. कुंभ का आखिरी स्नान 4 मार्च को महा शिवरात्रि के दिन होगा और उसी दिन कुंभ मेले का समापन भी हो जाएगा. यहां जानिए माघी पूर्णिमा से जुड़ी खास बातें.
माघी पूर्णिमा का शुभ मुहू्र्त
माघ पूर्णिमा तिथि का आरंभ - 01:11, 19 फरवरी, 2019
माघ पूर्णिमा तिथि का समापन - 21:23, 19 फरवरी, 2019
माघी पूर्णिमा का पूजा और व्रत
1. सुबह ब्रह्म मुहूर्त में पवित्र नदी में स्नान करें.
2. स्नान के बाद सूर्य देव को जल चढ़ाएं और नीचे दिए गए मंत्र का उच्चारण करें.
3. जल चढ़ाने के बाद व्रत रखें और भगवान मधुसूदन की पूजा करें.
4. व्रत संकल्प के बाद गरीबों को दान दें, उन्हें भोजन खिलाएं.
5. दान के साथ-साथ गरीबों को दक्षिणा देना भी शुभ माना जाता है.
माघ पूर्णिमा के लिए सूर्य मंत्र
* ॐ सूर्याय नम: ।
* ॐ भास्कराय नम:।
* ऊं रवये नम: ।
* ऊं मित्राय नम: ।
* ॐ भानवे नम:
* ॐ खगय नम: ।
* ॐ पुष्णे नम: ।
* ॐ मारिचाये नम: ।
* ॐ आदित्याय नम: ।
* ॐ सावित्रे नम: ।
* ॐ आर्काय नम: ।
* ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ।
माघी पूर्णिमा का महत्व
हिंदू कैलेंडर के मुताबिक माघ पूर्णिमा (Magh Purnima) का बेहद महत्व है. इस महीने में पवित्र नदियों में स्नान करना और दान करना शुभ माना जाता है. इस बार की माघ पूर्णिमा कुंभ मेले की वजह से और भी खास है. लाखों भक्त संगम में स्नान, जप और यज्ञ करने पहुंचते हैं. यह भी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से दुख-दर्द दूर हो जाते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. माघ पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है. माघ पूर्णिमा के दिन संत रविदास जयंती (Sant Ravidas Jayanti), श्री ललित और श्री भैरव जयंती भी मनाई जाती है.
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