
जगन्नाथ मंदिर हिन्दुओं के चार धामों में से एक है
- पुरातत्व सर्वेक्षण की टीम ने जगन्नथ रत्न भंडार निरीक्षण किया
- इस दौरान छत और दीवारों में सीलन पाई गई
- रत्न भंडार में देवताओं के आभूषण हैं
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तो इसीलिए आज भी अधूरी है पुरी के जगन्नाथ की मूर्ति
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक पीके जेना ने कहा, 'टीम सदस्यों ने दीवारों, छत और रत्न भंडार के तल का अवलोकन किया. छत और दीवारों में सीलन पाई गई.' निरीक्षण करने वाले16 लोगों में शामिल थे.
पीके जेना के मुताबिक, 'भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण निरीक्षण के बारे में प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर रहा है. हम इसका अध्ययन करेंगे और पांच अप्रैल को हाईकोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट दायर की जाएगी.' उधर, मशहूर कलाकार सुदर्शन पटनायक ने कुछ इस अंदाज में जगन्नाथ मंदिर का रत्न भंडार का नमून पेश किया:
Jai #Jagannath My SandArt at Puribeach in Odisha pic.twitter.com/Z3knKPR8Wt
— Sudarsan Pattnaik (@sudarsansand) April 4, 2018
अब जगन्नाथ मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश नहीं कर सकेंगे श्रद्धालु
निरीक्षण के दौरान मंदिर परिसर में कोई श्रद्धालु मौजूद नहीं था. टीम के सभी सदस्यों को कोषागार में प्रवेश से पहले त्रिस्तरीय जांच से गुजरना पड़ा. पुलिस के अधिकारियों ने टीम के सदस्यों की तलाशी ली ताकि वे कोई धातु या इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न ले जा सकें. इस दौरान किसी को भी रत्न भंडार में रखे आभूषणों को छूने की अनुमति नहीं दी गई थी.
गौरतलब है कि रत्न भंडार में देवों के कीमती आभूषण रखे हैं. पिछली बार इसका निरीक्षण1984 में किया गया था. तब इसके सात कक्षों में से केवल तीन कक्ष खोले गए थे. इससे पहले यह 1978, 1926 और 1905 में खोला गया था. श्री जगन्नाथ मंदिर पुरी में स्थित है और हिन्दुओं के चार धामों में से एक है. तीन अन्य धाम बद्रीनाथ, द्वारका और रामेश्वरम हैं.
Video: जगन्नाथ पुरी का जायके विनोद दुआ के साथ Input: Bhasha
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