हाथों को सही से जोड़ने के बाद आराधना करते वक्त दोनों आंखों को बंद रखें और हमेशा सिर को ढककर पूजा करें.
नई दिल्ली:
माना जाता है कि सही फल के लिए भगवान की पूजा में चढ़ाई जाने वाली सामग्रियों का विशेष ध्यान रखा जाता है. जैसे सही मात्रा में फल-फूल, मिठाइयां, रोली-चावल आदि. लेकिन हम सभी एक चीज़ सही से करना भूल जाते हैं और वो है 'नमस्कार'. हम सभी जल्दी में गलत तरीके से हाथ जोड़कर या नमस्कार करके पूजा को खत्म कर देते हैं. लेकिन आपको बता दें कि इसे करने का एक सही तरीका भी होता है. जैसे नमस्कार करते वक्त आपकी ऊंगलियां कैसी होनी चाहिए, कितना हाथों को खोला जाना चाहिए, हाथों को कहां रखना चाहिए आदि. यहां 4 स्टेप्स में देखें नमस्कार करने का सही तरीका.
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1. दोनों हाथों को टाइट ना जोड़ें. दोनों हाथों की (हथेलियों) के बीच में थोड़ा गैप रखें.
2. ऊंगलियों के बीच बिल्कुल गैप ना छोड़े. किसी भी ऊंगली के बीच में जगह ना हो.
3. अंगूठे को हाथों की ऊंगलियों से अलग रखें. यानी आपकी ऊंगलियां और दोनों अंगूठों के बीच में लगभग एक सेंटीमीटर का गैप होना चाहिए.
4. आखिर में देखें आपकी दोनों हथेलियों के बीच में गैप हो और आपके हाथ छाती के बीचो-बीच हों.
साथ ही याद रखें कि हाथों को सही से जोड़ने के बाद आराधना करते वक्त दोनों आंखों को बंद रखें और हमेशा सिर को ढककर पूजा करें.
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1. दोनों हाथों को टाइट ना जोड़ें. दोनों हाथों की (हथेलियों) के बीच में थोड़ा गैप रखें.
2. ऊंगलियों के बीच बिल्कुल गैप ना छोड़े. किसी भी ऊंगली के बीच में जगह ना हो.
3. अंगूठे को हाथों की ऊंगलियों से अलग रखें. यानी आपकी ऊंगलियां और दोनों अंगूठों के बीच में लगभग एक सेंटीमीटर का गैप होना चाहिए.
4. आखिर में देखें आपकी दोनों हथेलियों के बीच में गैप हो और आपके हाथ छाती के बीचो-बीच हों.
साथ ही याद रखें कि हाथों को सही से जोड़ने के बाद आराधना करते वक्त दोनों आंखों को बंद रखें और हमेशा सिर को ढककर पूजा करें.
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