Kumbh 2025 : भारतीय संस्कृति व परंपरा से प्रभावित पहली बार महाकुंभ पहुंची इटली की रहने वाली एमा ने कहा कि लगता है कि ‘मैं पिछले जन्म में भारतीय थी.' महाकुंभ मेला सोमवार को पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ शुरू हो रहा है, जिसमें देश और दुनिया से करीब 40 करोड़ लोगों के आने की संभावना है. एमा उन तीन दोस्तों में से एक हैं, जो दुनिया के सबसे बड़े मेले को देखने के लिए पहली बार इटली से प्रयागराज आई हैं.
गंगा के तट पर एक शिविर में ठहरी एमा ने कहा, “मैं योग प्रशिक्षक हूं. मुझे भारतीय संस्कृति के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी है. कुंभ मेला सनातन धर्म का सबसे बड़ा आयोजन है. यह पहला अवसर है जब मैं कुंभ मेला घूमने आयी हूं.”
उन्होंने कहा, “मेरे दोस्त यहां आने की योजना बना रहे थे, तो मैं भी उनके साथ शामिल हो गई.”
एमा के दोस्त स्टीफेनो ने कहा, “मैं पहली बार कुम्भ आया हूं. रूस के रहने वाले मेरे कुछ साधु मित्रों ने मुझे कुंभ के बारे में बताया. वे भारत में आकर नागा साधु बन चुके हैं.”
इटली की रहने वाली एमा महाकुंभ के आयोजन से काफी प्रभावित दिखाई दीं.
एमा ने कहा, “मैं यहां पहली बार आई हूं. कई भारतीय मेरे मित्र हैं. मुझे भारतीय संस्कृति पसंद है. मुझे लगता है कि पिछले जन्म में मैं भारतीय थी. भारत का संगीत, भजन, कीर्तन, सब कुछ मुझे काफी पसंद है. महाकुंभ मेले की व्यवस्थाएं काफी अच्छी हैं.”
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं