वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनावी ताल ठोक रहे कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी अजय राय वोटिंग के दौरान और कतार में खड़े हुए अपने कुर्ते पर पार्टी का चुनाव चिह्न लगाए हुए थे। इस बात की शिकायत भाजपा ने चुनाव आयोग से की है। वहीं, चुनाव आयोग ने प्राथमिक जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया जिसके बाद स्थानीय थाने में मामले को पंजीकृत किया गया।
इस मसले के विवाद में बदलने के बाद अपनी सफाई में अजय राय ने कहा कि गलती से उन्होंने कुर्ते पर बैज लगा लिया था। उनका तर्क है कि चुनाव चिह्न दिखाना गलत है। यह पूछे जाने पर कि जिस तरह गांधीनगर में मोदी के मामले में हुआ था क्या उसी तरह यह भी चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन नहीं है, राय ने कहा उम्मीदवार के तौर पर उन्हें पार्टी का चुनाव चिह्न लगाने का अधिकार है और ‘‘हाथ का चिह्न उनके दिल में है।’’ उन्होंने चिह्न दिखाया नहीं था। वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि उन्होंने रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेज दी है। बताया जा रहा है कि अजय राय को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी कर दिया है।
उल्लेखनीय है कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर वोटिंग के बाद मीडिया वालों को चुनाव चिह्न दिखाने पर चुनाव आयोग ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। गौरलतब यह कि अहमदाबाद सीट पर नरेंद्र मोदी केवल वोटर हैं और इस सीट से पार्टी उम्मीदवार लालकृष्ण आडवाणी चुनाव मैदान में हैं। वहीं, वाराणसी सीट पर अजय राय न केवल कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार हैं बल्कि एक वोटर भी हैं।
नरेंद्र मोदी पर कार्रवाई की मांग करते हुए कांग्रेस पार्टी ने नरेंद्र मोदी की उम्मीदवारी खारिज करने की मांग भी की थी। अब सबकी निगाहें चुनाव आयोग पर हैं। वहीं, चुनाव आयोग ने इस पूरे मसले पर रिपोर्ट तलब की है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं