कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कहा कि यह चुनाव सिर्फ विकास के बारे में नहीं हैं और उनकी पार्टी संविधान में उल्लिखित धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की हिफाजत के लिए लड़ रही है।
उन्होंने कहा, यह चुनाव केवल देश के विकास से जुड़े नहीं हैं। यह चुनाव उस संवैधानिक ढांचे की हिफाजत के लिए हैं, जिसे हमारे स्वतंत्रता सेनानियों, हमारे पूर्वजों ने बड़े संघर्ष और परिश्रम के बाद हासिल किया और हमें सौंपा। यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए सोनिया ने भाजपा और इसके प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को निशाने पर लेते हुए कहा, यह संविधान हमारे धर्मनिरपेक्ष मूल्यों की पहचान करता है और हमें इनका सम्मान करना सिखाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसे देश के लिए लड़ेगी, जो कुछ लोगों का नहीं है, बल्कि एक ऐसा देश जो सबका है और जहां सबको समान अधिकार हासिल हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, हम एक ऐसे देश के लिए लड़ेंगे, जो धर्मनिरपेक्ष है और जहां यह महत्वपूर्ण है कि हम सब भारतीय हैं।
सोनिया ने कहा कि पिछले दस वर्ष में किसी अन्य सरकार ने इतना विकास नहीं किया, जितना मनमोहन सिंह सरकार ने किया है। इसमें मेवात का पिछड़ा इलाका भी शामिल है। उन्होंने कहा, अगर आप यहां की पिछली सरकार के विकास से तुलना करेंगे तो चाहे वह पिछड़ा क्षेत्र दर्जा देने की बात हो, पेयजल सुविधा देने की बात हो या शिक्षकों एवं डॉक्टरों के लिए एक पृथक कैडर के विकास की बात हो, आप देख सकते हैं, यहां (मेवात में) जो विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र हर किसी के लिए स्वास्थ्य के अधिकार का वादा करता है। इसके अलावा इसने महिलाओं के खिलाफ हिंसा रोकने के लिए कड़ा कानून बनाने के साथ ही ग्रामीण रोजगार योजना, शिक्षा का अधिकार और आरटीआई के कार्यान्वयन के अपने वादे को पूरा किया है।
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