देश में सर्वाधिक अवधि तक मुख्यमंत्री पद पर रहने का रिकॉर्ड पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कद्दावर नेता ज्योति बसु के नाम रहा है। लेकिन अब इस रिकार्ड को सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग तोड़ने की ओर अग्रसर हैं।
लगातार पांचवीं बार विधानसभा चुनाव में विजयी रही चामलिंग की पार्टी सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) सरकार बनाने जा रही है।
सिक्किम विधानसभा चुनावों के परिणाम 16 मई को घोषित किए गए, जिसमें सत्तारूढ़ एसडीएफ ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया है।
भारत में विलय से पहले चोग्यल राजवंश शासित सिक्किम ने विधानसभा चुनावों में लगातार पांचवीं बार सत्तारूढ़ एसडीएफ के पक्ष में भारी जनादेश देकर राजनीतिक इतिहास रचा है। सिक्किम की जनता ने पवन चामलिंग को लगातार पांचवीं बार मुख्यमंत्री चुनकर उन्हें देश में सबसे लंबे कार्यकाल वाला मुख्यमंत्री बनने का मौका दिया है।
चामलिंग ने पिछले 20 साल के अपने शासन काल में राज्य में शांति, विकास, स्थिरता पर विशेष ध्यान दिया है और कई क्षेत्रों में विकास परियोजनाएं लागू की हैं। चामलिंग 12 दिसंबर, 1994 से सिक्किम में शासन की बागडोर संभाले हुए हैं। हिमालय की गोद में बसे छोटे से राज्य में उन्होंने सफलतापूर्वक चौथा कार्यकाल पूरा किया और पांचवें कार्यकाल में कदम रखने वाले हैं।
मुख्यमंत्री के रूप में रजत जयंती मनानेवाले चामलिंग पहले भारतीय राजनेता होंगे।
इससे पहले सबसे लंबा कार्यकाल ज्योति बसु के नाम है, जिन्होंने पश्चिम बंगाल में 21 जून, 1977 में सत्ता संभालने से लेकर पांच जून, 2000 तक राज्य में 23 वर्षो तक शासन किया था।
इस बार 2014 के विधानसभा चुनाव में सिक्किम की सत्तारूढ़ एसडीएफ ने कुल 32 में से 22 सीटें जीतीं। एसडीएफ का प्रमुख चुनावी मुद्दा राज्य में शांति बनाए रखना, सुरक्षा प्रदान करना और क्षेत्र का विकास करना रहा था, जिसके बल पर पार्टी ने दो तिहाई बहुमत हासिल किया।
मुख्यमंत्री पवन चामलिंग दो विधानसभा सीटों रांगंग-यांगंग और नामची-सिंघिथांगसे चुनाव लड़े और दोनों सीटों पर बड़े अंतर से विजयी रहे।
सिक्किम में विधानसभा चुनाव, 16वें लोकसभा चुनाव के साथ हुए। लोकसभा चुनाव में भी सिक्किम की एक संसदीय सीट पर सत्तारूढ़ एसडीएफ विजयी रहा। एसडीएफ के सांसद पी. डी. राय ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी टेक नाथ ढाकल को 42,000 वोटों से हराया।
राज्य की कम आबादी को देखते हुए चूंकि सिक्किम में लोकसभा की एक ही सीट है, ऐसे में राज्य की जनता लोकसभा चुनाव से ज्यादा विधानसभा चुनाव के लिए उत्साहित दिखी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं