तीसरे मोर्चे को समर्थन देने से राहुल गांधी के इनकार के बाद बीजेपी नेता नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष ने यह अहसास होने के बाद अपना सुर बदला है कि ऐसे विकल्प को समर्थन देने के बारे में उनकी पार्टी के कई नेताओं के बयानों ने इसकी चुनावी संभावनाओं को 'नुकसान' पहुंचाया है।
लोकसभा चुनावों के लिए बचे दो चरणों के मतदान में भाजपा नीत सरकार बनाने के लिए वोट देने की अपील करते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा कि कांग्रेस ने भावी सरकार को व्यवधान पहुंचाने की साजिश शुरू कर दी है, क्योंकि उसे पता है कि वह लोकसभा चुनाव हार रही है।
मोदी ने कहा 'उन्होंने सोचा कि अगर हम हारे तो हम तीसरे मोर्चे की मदद करेंगे। कांग्रेस के कई नेताओं ने ऐसे बयान दिए। जब उन्हें अहसास हुआ कि इससे उन्हें ही नुकसान हो गया तो राहुल भैया आज इसे बदलने की कोशिश करते दिखे। वह घबराए हुए हैं। उन्होंने कभी नहीं सोचा होगा कि उनका ताश के पत्तों का महल इस तरह धराशायी हो जाएगा।'
गौरतलब है कि अपने चुनाव क्षेत्र अमेठी के दो दिवसीय दौरे पर आए राहुल गांधी ने एनडीटीवी संवाददाता उमाशंकर सिंह से अनौपचारिक बातचीत में इस सवाल पर कि देश में किसी भी दल को सरकार बनाने लायक बहुमत मिलने की सम्भावना नहीं है, ऐसे में स्थितियां बनने पर क्या कांग्रेस तीसरे मोर्चे को समर्थन दे सकती है, राहुल ने ‘ना’ में सिर हिलाया और कहा 'हम किसी फ्रंट को समर्थन नहीं देंगे।' (पढ़ें- किसी फ्रंट को समर्थन नहीं देंगे राहुल)
यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस सरकार बनाने के लिए जोड़तोड़ करेगी, उन्होंने दोबारा ‘ना’ में सिर हिलाया और दावा किया, 'हम पूरे नंबर लाएंगे।'
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