चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। ये नोटिस उन्हें भड़काऊ भाषण के लिए भेजा गया है, जिसमें वह कहते देखे जा रहे हैं कि बीजेपी की सरकार बनने पर देश में 22 हजार लोग मारे जाएंगे।
बीजेपी ने चुनाव आयोग से राहुल गांधी के इस भाषण की शिकायत करते हुए पूछा था कि राहुल गांधी के पास ऐसे आंकड़े कहां से आए और साथ ही कहा था कि चुनाव आयोग को इसपर कार्रवाई करनी चाहिए।
चुनाव आयोग ने अपने नोटिस में इसे पहली नजर में आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कहा है कि राहुल गांधी 12 मई तक इस पर जवाब दें। आयोग ने कहा कि अगर राहुल ने सोमवार तक अपना पक्ष नहीं रखा तो वह आगे कोई संदर्भ दिए बगैर कार्रवाई कर सकता है।
नोटिस के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के सोलन में एक मई को एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कथित रूप से कहा, 'जापान के लोग मुझसे पूछते हैं, वे कहते हैं कि हम एक मुद्दे से भयभीत हैं। हम आपकी मदद करेंगे। हम सड़क तैयार करेंगे। लेकिन हम भयभीत हैं कि क्या शांति रह पाएगी.. वे कहते हैं कि क्या भारत के लोग एक दूसरे से लड़ेंगे या नहीं।'
उन्होंने कथित रूप से कहा था, 'यह भय हमारी जिंदगी में भी है। अगर भाजपा है तो हिंसा होगी। अगर भाजपा हुई तो 22 हजार लोग मारे जाएंगे क्योंकि वे क्रोध फैलाते हैं..यह सवाल पहले नहीं उठाया गया था।'
भाजपा ने राहुल की इस टिप्पणी की चुनाव आयोग में शिकायत की थी। उसने आयोग को उनके भाषण की सीडी और अखबारों की कतरन मुहैया करायी थी।
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