गुजरात के विकास मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए भाजपा के प्रधानमंत्री प्रत्याशी नरेंद्र मोदी पर बरसते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को इसे खारिज कर दिया और कहा कि इसी फार्मूले को देश के सभी राज्यों में एकसाथ लागू नहीं किया जा सकता।
राहुल ने तेजपुर लोकसभा क्षेत्र में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, 'प्रत्येक राज्य का अपना स्वयं का इतिहास, ज्ञान, विचार एवं स्वयं का माडल होता है। इस फार्मूले को देश के सभी राज्यों में लागू नहीं किया जा सकता।'
उन्होंने कहा, 'असम को गुजरात माडल नहीं बल्कि असम मॉडल की जरूरत है। पहले से ही इसके जरिये राज्य में विकास और प्रगति हो रही है।'
कांग्रेस नेता ने कहा, 'गुजरात माडल काफी समय से अस्तित्व में था और इसको वहां की महिलाओं, किसानों और मजदूरों ने स्वरूप प्रदान किया है। किसी एक व्यक्ति को इसके लिए श्रेय लेने की जरूरत नहीं हैं।'
चुनावी सभा में राहुल के साथ मुख्यमंत्री तरुण गोगोई एवं असम कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष भुवनेश्वर कालिता मौजूद थे।
उन्होंने कहा, 'भाजपा केवल एक विचार में भरोसा करती है जो सारे देश में लागू हो सके, लेकिन यह किसी एक विचार का देश नहीं है।'
राहुल ने भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के उस दावे को लेकर भी उन्हें आड़े हाथ लिया जिसके तहत उन्होंने कहा था कि गुजरात समूचे देश को दूध की आपूर्ति करता है। राहुल ने कहा कि राज्य 1950 के दशक से डेयरी के क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है और वह (मोदी) इसका श्रेय लेने के हकदार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा का मानना है कि गुजरात मॉडल को समूचे देश में दोहराया जा सकता है लेकिन ऐसा नहीं हो सकता। विभिन्न राज्यों को अपनी जरूरतों के मुताबिक अपने खुद के मॉडल की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि असम को गुजरात मॉडल की जरूरत नहीं है। इसे असम मॉडल की जरूरत है..। भाजपा को लगता है कि एक विचारधारा समूचे देश को चला सकती है, लेकिन सच्चाई यह है कि यह देश सिर्फ एक सोच या विचारधारा से नहीं बना है बल्कि हजारों-लाखों विचारों से बना है।
राहुल ने कहा कि कांग्रेस 70 करोड़ भारतीयों की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करेगी, जो फिलहाल मध्य वर्ग के स्तर से नीचे हैं और उनके विकास एवं समृद्धि के लिए काम करेगी।
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