बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी ने केंद्र में अपने नेतृत्व में सरकार के गठन से पहले आज पार्टी के कई नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की। इन नेताओं में उनके करीबी सहयोगी अमित शाह शामिल हैं। इस बात के पूरे प्रयास किये जाते रहे हैं कि 86-वर्षीय आडवाणी को पार्टी के सभी महत्वपूर्ण निर्णयों की जानकारी दी जाए। इस सिलसिले में पार्टी महासचिव अनंत कुमार ने मोदी से पहले आडवाणी के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की।
शनिवार रात वाराणसी में गंगा आरती के बाद वह दिल्ली लौट आए और उन्होंने रात गुजरात भवन में गुजारी। दो दिनों तक जीत का जश्न मनाने के बाद मोदी और बीजेपी के वरिष्ठ नेता आगे की रणनीति बनाने में जुटे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक इस दौरान नए मंत्रिमंडल का खाका तैयार किया जाएगा और नई सरकार में किसकी क्या भूमिका होगी, यह करीब-करीब तय हो जाएगा।
मोदी ने अपने करीबी सहयोगी अमित शाह, पार्टी महासचिव जेपी नड्डा, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ नेता बीएस येदियुरप्पा और बिहार के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ बैठक की। माना जा रहा है कि नए मंत्रिमंडल के गठन में संघ नेताओं की भी राय ली जाएगी। वहीं मोदी के शपथग्रहण समारोह के लिए राष्ट्रपति भवन में जोरों की तैयारियां चल रही हैं। नरेंद्र मोदी 21 मई से 25 मई के बीच किसी भी दिन प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि समझा जाता है कि चर्चा के दौरान नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद बिहार में उत्पन्न राजनीतिक घटनाक्रमों पर चर्चा की गई। सूत्रों ने कहा कि बीजेपी अभी इस पर देखो और इंतजार करो की नीति पर काम कर रही है, क्योंकि जेडीयू विधायक दल की बैठक होनी है, जिसमें नेता का चयन होगा।
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