नई दिल्ली : दिल्ली में आज 70 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग संपन्न होने के साथ ही यहां चुनाव मैदान में उतरे 673 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में बंद हो गया। आज यहां करीब 67 फीसदी वोटिंग होने का अनुमान है। इससे पहले दिसंबर 2013 के दिल्ली चुनाव में 66 फीसदी वोटिंग हुई थी।
दिल्ली के मुख्य निर्वाचन अधिकारी चंद्र भूषण कुमार ने कहा, 'करीब 67 फीसदी वोटिंग हुई। हालांकि, हमारे पास अभी अंतिम आंकड़े नहीं हैं और छह बजे की तय समयसीमा के बाद तक मतदान जारी था।'
इससे पहले आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि कुछ जगहों पर मतदान की रफ्तार काफी धीमी है, क्योंकि वोटिंग के लिए एक बार में एक ही व्यक्ति को पोलिंग बूथ में जाने दिया जा रहा है, जबकि नियम तीन मतदाताओं का है। उन्होंने कहा कि इसके चलते लंबी लंबी लाइनें लगी हैं और कई जगह लोगों को दो घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है और इसके कारण मतदाता लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि यहां तक कि नियमों के खिलाफ जाकर लंच ब्रेक भी लिया जा रहा है।
हालांकि मुख्य चुनाव आयुक्त एचएस ब्रह्मा ने कहा कि उन्हें वोटिंग की रफ्तार धीमी रहने की कोई खबर नहीं मिली है। उन्होंने कहा, मैंने अपने सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि किसी भी वोटर को मतदान के लिए 30 से 45 मिनट से अधिक वक्त नहीं लगना चाहिए।
वैसे, वोट डालने के लिए युवा मतदाताओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है। 70-सदस्यीय विधानसभा के लिए मतदान सुबह आठ बजे शुरू हुआ। शहरी और ग्रामीण इलाके में स्थित मतदान केंद्रों पर भी लोगों की भीड़ उमड़ी रही। पूर्वी दिल्ली के पांडव नगर के सरकारी स्कूल स्थित एक मतदान केंद्र में तो मतदान से पहले ही भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी।
बीजेपी की सीएम पद की उम्मीदवार किरण बेदी भी सुबह-सुबह ही मतदान करने पहुंचीं। वोटिंग के लिए अंदर जाने से पहले किरण ने लोगों से वोट डालने की अपील की। सुबह मतदान करने वालों में ग्रेटर कैलाश से 'आप' के उम्मीदवार सौरभ भारद्वाज, यहीं से कांग्रेस उम्मीदवार शर्मिष्ठा मुखर्जी, दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित और बीजेपी के नेता हर्षवर्धन भी शामिल रहे।
'आप' के सीएम पद के उम्मीदवार अरविंद केजरीवाल वोट करने पहुंचे, जहां उन्होंने मीडिया से कहा कि सच की जीत होगी।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मध्य दिल्ली में निर्माण भवन स्थित मतदान केंद्र में मतदान किया। चुनाव के संबंध में उनकी राय पूछे जाने पर सोनिया गांधी ने कहा, जो जनता चाहेगी, वही होगा। सोनिया के बाद राहुल गांधी ने भी अपने मतदान का उपयोग किया।
सोनिया गांधी के साथ दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और पूर्व मंत्री किरण वालिया भी थीं। वालिया नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से पार्टी की उम्मीदवार हैं।
निष्पक्ष एवं सुरक्षित चुनाव करवाने के लिए कुल 95,000 कर्मचारियों की तैनाती की गई थी। पूरी राजधानी में गाड़ियों की चैकिंग की जा रही है और संवेदनशील इलाकों पर खास नज़र रखी जा रही थी।
इन चुनावों पर देशभर की नज़रें टिकी हैं, जहां मुख्य मुकाबला बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच है, हालांकि कुछ सीटों पर कांग्रेस की ओर से भी कड़ी टक्कर दी जा रही है। 15 साल तक राज्य में सरकार चलाने वाली कांग्रेस ने पिछले चुनाव में कुल आठ सीटों पर ही जीत हासिल की थी। इस चुनाव में बीजेपी ने 31 और आम आदमी पार्टी ने 28 सीटें जीतीं थीं।
बीजेपी और 'आप' दोनों ही इस बार दिल्ली में अपने दम पर सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन नतीज़े किसके हक़ में होंगे, यह 10 फरवरी को पता चलेगा।
गौरतलब है कि इस चुनाव में कुल 673 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें से तीन प्रमुख दलों की ओर से मैदान में मौजूद 19 महिलाओं सहित कुल मिलाकर 66 महिलाएं मैदान में हैं। सभी उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला शनिवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में बंद हो जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी के कुल 1,33,09,078 मतदाता इन उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 73,89,089 पुरुष मतदाता और 59,19,127 महिला मतदाता हैं, जबकि 862 'थर्ड जेंडर (किन्नर)' मतदाता हैं।
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