एक्जिट पोल में यूपीए के खराब प्रदर्शन की संभावना जताने से बेपरवाह कांग्रेस अब भी एनडीए को सत्ता से दूर रखने और धर्मनिरपेक्ष दलों की मदद से अगली सरकार बनाने की संभावना तलाश रही है।
कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, हम उम्मीद करते हैं कि एनडीए को 200 से कम सीटें मिलेंगी और समान विचारधारा वाली पार्टियों के पास एक गठबंधन (सरकार) बनाने का मौका होगा। लेकिन नेता ने यह अनुमान लगाने से इनकार कर दिया कि कांग्रेस और उसके यूपीए गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी। पार्टी के भीतर आम उम्मीद यह है कि उसे 120 से 140 सीटें मिलेंगी। पिछले चुनाव में पार्टी को 206 सीटें मिली थीं।
पार्टी अगली सरकार के गठन या तीसरा मोर्चा गठबंधन को समर्थन देने के मुद्दे पर बंटी हुई है। पार्टी का एक तबका इस तरह के किसी भी कदम का विरोध कर रहा है। उसका कहना है कि इस तरह के कदम से कांग्रेस कमजोर होगी।
हालांकि, पी चिदंबरम समेत एक अन्य तबका दलील दे रहा है कि कांग्रेस के नेतृत्व में कुछ सहयोगी दलों के साथ सरकार गठन 'बेहद अच्छी संभावना' है। नरेंद्र मोदी को सत्ता में आने से रोकने के लिए 'वृहत' यूपीए-3 को लेकर सामूहिक स्वर बढ़ता जा रहा है। 'वृहत' यूपीए-3 के विचार का मतलब नए सहयोगी दलों को साथ लाना और मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने के लिए नेतृत्व के मुद्दे को खुला रखना है।
एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा, सारे विकल्प हैं और किसी भी विकल्प को बंद नहीं किया गया है। यह सब हमें कितनी सीटें मिलती हैं और बीजेपी को कितनी सीटें मिलती हैं और हमारे बीच कितना अंतर रहता है, उस पर निर्भर करेगा।
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