महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में निश्चित रूप से बीजेपी से अधिक लाभ किसी पार्टी को नहीं हुआ है। हरियाणा में जहां बीजेपी को स्पष्ट बहुमत मिल गया है, वहीं महाराष्ट्र में भी वह सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर सामने आई है। यही नहीं, मतगणना के दौरान मिल रहे रुझानों से यह भी स्पष्ट हो गया है कि लगभग 25 साल के बाद किसी एक पार्टी को 100 सीटों का आंकड़ा पार करने में सफलता मिली है।
रविवार सुबह आठ बजे शुरू हुई मतगणना के ताजा रुझानों और घोषित परिणामों के मुताबिक हरियाणा की कुल 90 विधानसभा सीटों में से बीजेपी के उम्मीदवार 47 सीटों पर जीत चुके हैं, एक अन्य सीट पर आगे है। उधर, राज्य में अब तक सत्तारूढ़ रही कांग्रेस कुल 14 सीटों पर सिमटकर रह गई है, जबकि राज्य में दूसरी सबसे पार्टी के तौर पर इंडियन नेशनल लोकदल उभरकर आया है, जिसके प्रत्याशी 21 सीटों पर आगे हैं। कुलदीप बिश्नोई की हरियाणा जनहित कांग्रेस कुल दो सीटों पर आगे हैं।
दूसरी ओर, महाराष्ट्र की कुल 288 में से बीजेपी गठबंधन को 105 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 17 सीटों पर आगे चल रही है। जबकि दूसरी सबसे पार्टी वहां शिवसेना है, जिसके 51 प्रत्याशी चुनाव जीत चुके हैं और 8 सीटों पर प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। कांग्रेस यहां 38 सीटों पर जीत चुकी है और पांच सीटों पर प्रत्याशी आगे चल रहे हैं। जबकि पिछली सरकार में कांग्रेस की सहयोगी रही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के उम्मीदवार 34 प्रत्याशी जीत हासिल कर चुके हैं और 8 सीटों पर पार्टी बढ़त बनाए हुए है।
इस बीच, बीजेपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र में बीजेपी सरकार बनाने को तैयार है। बीजेपी का कहना है कि वह शिवसेना की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रही है। साथ ही बीजेपी ने यह भी कह दिया है कि वह एनसीपी से गठबंधन को आखिरी विकल्प के तौर पर देख रही है। इस बीच, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र का विकास करने वाले दल को अपना समर्थन दे सकती है।
उल्लेखनीय है कि तमाम एग्ज़िट पोलों में भी दोनों ही राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरने का अनुमान लगाया गया था। महाराष्ट्र और हरियाणा दोनों जगह बीजेपी ने अपने पुराने सहयोगियों को छोड़कर अकेले चुनाव लड़ा था और दोनों ही राज्यों में बीजेपी ने मुख्यमंत्री पद का कोई उम्मीदवार नहीं घोषित किया था, इसलिए दोनों ही राज्यों में नरेंद्र मोदी ही पार्टी के चेहरे बने रहे।
हरियाणा में हार के बाद कांग्रेस के भीतर भूपिंदर सिंह हुड्डा के खिलाफ बगावत के सुर सुनाई देने लगे हैं। पार्टी के पूर्व महासचिव प्रदीप सिंह जेलदार ने कहा है कि हुड्डा ने पार्टी नेतृत्व को गुमराह किया, अब आलाकमान इस पर फैसला ले।
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष माणिकराव ठाकरे ने राज्य विधानसभा चुनाव में पार्टी की पराजय की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए रविवार को पद से इस्तीफा दे दिया। उधर, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने भी पार्टी की हार स्वीकारी है।
संभावित सुलह का संकेत देते हुए शिवसेना ने कहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी द्वारा सरकार बनाने का प्रस्ताव रखे जाने पर वह उस पर विचार करेगी, क्योंकि उनके बीच कोई 'कटुता' नहीं है। पार्टी सांसद अनिल देसाई ने कहा, बीजेपी महाराष्ट्र के हित में स्थिर सरकार बनाने का प्रस्ताव रखती है, तो शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे सभी कारकों पर विचार करने के बाद उस पर निर्णय लेंगे, चाहे वह जो भी हो।
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