दुष्कर्म के आरोपियों को फांसी की सजा देने का विरोध करने वाले अपने बेतुके बयान पर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने शुक्रवार को सफाई देते हुए कहा कि उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया गया।
वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने सपा प्रमुख को इस मामले में आज नोटिस जारी किया। आयोग ने भारत के निर्वाचन आयोग को भी एक पत्र भेजा कि वह मामले पर संज्ञान ले और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के लिए कार्रवाई करे।
यादव की टिप्पणी को ‘घोर गैर जिम्मेदाराना’ करार देते हुए एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष ममता शर्मा ने कहा, ‘एक चुनावी रैली के दौरान बलात्कार पर बयान देने को लेकर हमने मुलायम सिंह के खिलाफ नोटिस जारी किया है। यह उनकी तरह के सार्वजनिक व्यक्तित्व की तरफ से जारी काफी गैर जिम्मेदाराना बयान है और उन्हें भारत की सभी महिलाओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए’। आयोग ने मीडिया की खबरों का संज्ञान लिया और नोटिस के साथ भारत के निर्वाचन आयोग को नोटिस भेजा कि वह कदम उठाए ताकि इस तरह की घटनाएं भविष्य में नहीं हो सके।
हालांकि मुलायम ने संभल में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा, मेरी बात को गलत ढंग से पेश किया गया। मैंने निर्दोषों को न फंसाए जाने की बात कही थी। कई बार निर्दोष युवकों पर दुष्कर्म के झूठे मुकदमे दर्ज करा दिए जाते हैं।
यादव ने कहा, मेरा कहने का मतलब था कि जो दुष्कर्म के दोषी हों उन्हें ही सजा मिले। उन्होंने कहा, सपा हमेशा से महिलाओं का सम्मान करती रही है और आज महिलाओं का सबसे ज्यादा सम्मान सपा में ही है।
इससे पहले, मुराबादाद में गुरुवार को एक चुनावी सभा के दौरान मुलायम ने कहा था कि दुष्कर्म के आरोपी को फांसी की सजा देना उचित नहीं है... लड़कों से गलतियां हो जाती हैं, सपा सत्ता में आई, तो इस कानून में बदलाव करेगी। अपने बयान की चौतरफा आचोलना होने के बाद मुलायम ने यह सफाई दी है।
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