
सूर्य किरण अभ्यास एक वार्षिक अभ्यास है, जो हर साल बारी-बारी से भारत और नेपाल में किया जाता है.
नई दिल्ली:
भारत और नेपाल सात मार्च से 20 मार्च तक आतंकवाद रोधी अभ्यास पर केंद्रित 11वां सूर्य किरण संयुक्त अभ्यास करेंगे. एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, पैदल बटालियन स्तर का यह संयुक्त अभ्यास उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में आयोजित किया जाएगा.
सूर्य किरण अभ्यास एक वार्षिक अभ्यास है, जो हर साल बारी-बारी से भारत और नेपाल में किया जाता है.
बयान के मुताबिक, इस अभ्यास का मकसद सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना और पहाड़ी इलाके में संयुक्त आतंकवाद रोधी अभियान चलाने की दिशा में सहयोग बढ़ाना है.
बयान के मुताबिक, "दोनों सेनाओं को उग्रवाद, पर्यावरण संरक्षण, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) से लड़ने में एक-दूसरे के अनुभवों से परस्पर लाभ मिलेगा."
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सूर्य किरण अभ्यास एक वार्षिक अभ्यास है, जो हर साल बारी-बारी से भारत और नेपाल में किया जाता है.
बयान के मुताबिक, इस अभ्यास का मकसद सैन्य संबंधों को बढ़ावा देना और पहाड़ी इलाके में संयुक्त आतंकवाद रोधी अभियान चलाने की दिशा में सहयोग बढ़ाना है.
बयान के मुताबिक, "दोनों सेनाओं को उग्रवाद, पर्यावरण संरक्षण, मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) से लड़ने में एक-दूसरे के अनुभवों से परस्पर लाभ मिलेगा."
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