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"उस दिन लगा था कि यह लड़का...", चोपड़ा ने बयां की कोहली के जन्मदिन दिन पर उनकी जिंदगी की सबसे बड़ा घटना

Virat Kohli: करीब डेढ़ दशक पहले घटी यह घटना ने कोहली के बारे में बहुत कुछ बयां कर दिया था कि वह किस मिट्टी के बने हैं

"उस दिन लगा था कि यह लड़का...", चोपड़ा ने बयां की कोहली के जन्मदिन दिन पर उनकी जिंदगी की सबसे बड़ा घटना
Virat Kohli: आकाश चोपड़ा ने कोहली की घटना का सचित्र वर्णन किया है
नई दिल्ली:

कभी-कभी खिलाड़ी के जीवन में कुछ ऐसा घटित होता है, जो उसके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे खेल जगत के लिए मिसाल बन जाता है. हमेशा-हमेशा के लिए. सर्वकालिक इतिहास के लिए. युवाओं को प्रेरणा देने के लिए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली (Virat Kohli) के सात भी ऐसा ही घटा था, जो आज मंगलवार को अपना 36वां जन्मदिन देश से बाहर परिवार के साथ बना रहे हैं. जन्मदिन के मौके पर कोहली के तमाम फैंस उन्हें याद कर रहे हैं, तो वर्तमान और पूर्व क्रिकेटर उन्हें अपनी-अपनी नजर से देखा है. एक वेरी-वेरी स्पेशल नजर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा की है, जो विराट के साथ घटी ऐतिहासिक घटना के प्रत्यक्ष गवाह थे. इसी घटना को चोपड़ा ने कोहली के जन्मदिन के मौके पर खास स्टाइल में "सचित्र" वर्णन के साथ अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया है, जो साल 2006 में घटी थी.

कभी-कभी खिलाड़ी के जीवन में कुछ ऐसा घटित होता है, जो उसके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे खेल जगत के लिए मिसाल बन जाता है. हमेशा-हमेशा के लिए. सर्वकालिक इतिहास के लिए. युवाओं को प्रेरणा देने के लिए. कुछ ऐसा ही विराट कोहली (Virat Kohli) के सात भी ऐसा ही घटा था, जो आज मंगलवार को अपना 36वां जन्मदिन देश से बाहर परिवार के साथ बना रहे हैं. जन्मदिन के मौके पर कोहली के तमाम फैंस उन्हें याद कर रहे हैं, तो वर्तमान और पूर्व क्रिकेटर उन्हें अपनी-अपनी नजर से देखा है. एक वेरी-वेरी स्पेशल नजर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा की है, जो विराट के साथ घटी ऐतिहासिक घटना के प्रत्यक्ष गवाह थे. इसी घटना को चोपड़ा ने कोहली के जन्मदिन के मौके पर खास स्टाइल में "सचित्र" वर्णन के साथ अपने X अकाउंट पर पोस्ट किया है, जो साल 2006 में घटी थी.

आकाश चोपड़ा ने X पर पोस्ट किए वीडियो में बताया,"यह घटना 18 दिसंबर साल 2006 की है. दिल्ली के फिरोजशाह कोटला (अब अरुण जेटली) स्टेडियम पर दिल्ली और कर्नाटक के बीच रणजी ट्रॉफी मैच खेला जा रहा है. कर्नाटक ने पहली पारी में 446 रन बनाए थे, तो दूसरे ही दिन दिल्ली का स्कोर 5 विकेट पर 103 रन था. कोहली 40 रन बनाकर खेल रहे थे और पुनीत बिष्ट 28 रन बनाकर. दिल्ली पर फॉलोऑन का संकट मंडरा रहा था.

और आ गया विराट की जिंदगी में भूचाल, लेकिन...

इससे पहले कि 19 दिसंबर को तीसरे दिन का खेल शुरू होता, उससे पहले ही रात को विराट के पिता का निधन हो गया. ऐसे में कोहली की मनोदशा समझी जा सकती थी. टीम के खिलाड़ियों को लगा कि तीसरे दिन खेलने नहीं आएंगे, लेकिन सभी खिलाड़ी तब हैरान रह गए कि विराट न केवल  खेलने आए, बल्कि 90 रन की पारी खेलते को दिल्ली पर छाए फॉलोऑन के संकट को दूर करने में अहम भूमिका निभाई. जब बाद में मीडिया ने कोहली से पूछा कि आप क्यों खेलने आए, तो कोहली ने कहा, "मेरे पापा भी यही चाहते थे कि मैं खेलूं. आई प्लेड फॉर माय डैड",  विराट की इस पारी से दिल्ली मैच ड्रॉ कराने में सफल रही, लेकिन यह मैच कोहली के जज्बे के लिए हमेशा-हमेशा के लिए करोड़ों फैंस के दिलों में समा गया. 


 

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